सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। इस बीच राहुल गांधी भी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर लगातार पीएम मोदी को घेर रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कोरोना के हालात का हवाला देते हुए कहा कि पीएम मोदी को अपने उस गुलाबी चश्मे को उतारना चाहिए, जिससे ‘सेंट्रल विस्टा’ परियोजना के अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता।
नदियों में बहते अनगिनत शव
अस्पतालों में लाइनें मीलों तक
जीवन सुरक्षा का छीना हक़!PM, वो गुलाबी चश्में उतारो जिससे सेंट्रल विस्टा के सिवा कुछ दिखता ही नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 11, 2021
राहुल गांधी ने किया यह ट्वीट
राहुल गांधी ने इस मामले में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘नदियों में बहते शव, अस्पतालों में लंबी लाइनें, जीवन सुरक्षा का छीना हुआ हक! प्रधानमंत्री, वो गुलाबी चश्मे उतारिए] जिससे सेंट्रल विस्टा के सिवा कुछ दिखता ही नहीं।’
Our country needs a helping hand in these distressing times. Let’s all do our bit to save lives.
Join the campaign #SpeakUpToSaveLives and strengthen our fight against Corona. pic.twitter.com/g9aVINXO9p
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 11, 2021
लोगों से किया यह आह्वान
बता दें कि इस दौरान राहुल गांधी ने लोगों का एक-दूसरे की मदद करने का आह्वान भी किया। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में लोग एक-दूसरे की मदद करें। उन्होंने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के मकसद से चलाए गए सोशल मीडिया अभियान ‘स्पीकअप टू सेव लाइव्स’ के तहत लोगों से एकजुट होने की अपील की।
राहुल गांधी ने साझा किया वीडियो
कांग्रेस नेता ने एक मिनट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसमें दिखाया गया कि देश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड और टीके की कमी है। लोग इनके लिए संघर्ष कर रहे हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘हमारे देश को इस मुश्किल समय में मददगार हाथों की जरूरत है। चलिए, हम लोगों का जीवन बचाने के लिए अपने हिस्से का योगदान दें। इस अभियान से जुड़िए और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करिए।’
कांग्रेस ने बनाए कंट्रोल रूम
गौरतलब है कि कांग्रेस ने कोरोना संकट में लोगों की मदद के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यालय और प्रदेश इकाइयों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। पार्टी की युवा इकाई भारतीय युवा कांग्रेस भी सोशल मीडिया और फोन के माध्यमों से लोगों की मदद कर रही है।