यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में बदलाव की चर्चाओं के बीच गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक दिल्ली पहुंचे और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सीएम योगी का काफिला अमित शाह के आवास पर पहुंचा। इस मुलाकात को लेकर कहा जा रहा है कि कोरोना से निबटने के उपायों पर योगी ने शाह को रिपोर्ट दी है लेकिन सियासी हलके में चर्चाएं कुछ और ही हैं। कुछ महीनों बाद ही यूपी में होने वाले चुनाव से पहले लगातार मुलाकातों और बैठकों का दौर चल रहा है। इन बैठकों को लेकर सबसे बड़ी चर्चा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रही है।
Delhi | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath arrives at the residence of Union Home Minister Amit Shah
He is likely to meet Prime Minister Narendra Modi tomorrow pic.twitter.com/m8Fn03Fqqt
— ANI (@ANI) June 10, 2021
गुजराज कैडर के आईएएस और पीएम मोदी के बेहद करीबी एके शर्मा के यूपी में एमएलसी बनने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा गर्म है। बुधवार की शाम प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ भी सीएम योगी की बैठक हुई। इसके बाद अचानक गुरुवार की दोपहर एक बजे सीएम योगी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। योगी का विशेष करीब तीन बजे हिंडन एयरपोर्ट पर पहुंचा। वहां से साढ़े तीन बजे उनका काफिला दिल्ली के यूपी सदन पहुंचा। यूपी सदन से सीएम योगी का काफिला ठीक चार बजे अमित शाह के आवास के लिए रवाना हुआ।
अमित शाह से मुलाकात के बाद कुछ अन्य केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ योगी मुलाकात कर सकते हैं। शुक्रवार को सीएम योगी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का कार्यक्रम तय है। कल ही सीएम योगी का बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने का कार्यक्रम भी है।
दिल्ली जाने से पहले अध्यक्ष और महामंत्री संग बैठक
सीएम योगी ने दिल्ली जाने से पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ बुधवार की देर शाम बैठक की थी। भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर थे। वह शाम को लखनऊ लौटे। वहीं महामंत्री संगठन सुनील बंसल पूर्वांचल के दौरे पर थे। वाराणसी से लौटने के बाद शाम सात बजे के बाद दोनों नेता मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे। वहां उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक हुई। हालांकि बताया गया कि इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्षों के उम्मीदवारों के नामों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंथन किया गया। साथ ही ब्लाक प्रमुखों के उम्मीदवारों पर भी चर्चा हुई। भाजपा का ज्यादा फोकस फिलहाल ज्यादा से ज्यादा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने का है ताकि विधानसभा चुनावों के लिए बड़ा संदेश दिया जा सके।
दो सप्ताह से चल रहा मुलाकातों और बैठकों का दौर
लगभग दो सप्ताह पहले भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ का तीन दिवसीय दौरा किया। इस दौरान उन्होंने दोनों उप मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों से अलग-अलग बैठक की। चर्चा होने लगी कि बीजेपी यूपी में बदलाव करने जा रही है। एमएलसी एके शर्मा को डिप्टी सीएम और केशव प्रसाद मौर्या को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनने के कयास शुरू हो गए। लखनऊ से दिल्ली से जाते समय एक ट्वीट कर कयासों पर विराम लगा दिया। संतोष ने यूपी में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए किए गए प्रयास और टीकाकरण की विशेष मुहिम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। जिसे भावी राजनीति से भी जोड़कर देखा गया।