कोविड-19 महामारी रोकथाम के मद्देनजर मध्यप्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों (बीपीएल) के लिए विशेष टीकाकरण अभियान आयोजित होने जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने सबसे पहले इंदौर से विशेष टीकाकरण शिविर लगाने का फैसला किया है।
राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि इंदौर समेत सूबे के सभी जिलों में विशेष टीकाकरण शिविर लगाए जाएंगे, जिसके तहत मजदूरों, घरेलू नौकरों, धोबी, सैलून कर्मचारियों और लोगों के सीधे संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को कोविड वैक्सीन का अलग से टीका लगाया जाएगा।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रविवार को इस आशय के निर्देश जारी किए। तुलसीराम राज्य औद्योगिक केंद्र, इंदौर जिले के प्रभारी भी हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने मजदूरों के लिए विशेष कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने का फैसला लिया है।
हालांकि विज्ञप्ति में इस तरह के शिविर शुरू करने की तारीख का उल्लेख नहीं किया गया है। इसमें कहा गया कि टीकाकरण अभियान में विविधता लाने के उद्देश्य से, मंत्री ने विशेष शिविर आयोजित करके लोगों के सीधे संपर्क में आने वालों के टीकाकरण की सुविधा के लिए पहल की है।
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘ये शिविर प्राथमिकता के आधार पर सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक मजदूरों, घरेलू नौकरानियों, धोबी, सैलून कर्मियों, पुजारियों, पेट्रोल पंपों और गैस एजेंसी के कर्मचारियों के लिए आयोजित किए जाएंगे।’ मंत्री ने मजदूरों के लिए ‘लेबर चौक’ (जहां मजदूर आम तौर पर इकट्ठा होते हैं) पर भी टीकाकरण शिविर आयोजित करने और स्थल पर आराम करने के लिए पीने के पानी और छाया की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आश्रय गृहों में रहने वालों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जाएं। इसके अलावा विज्ञप्ति में कहा गया कि ऑडियो सिस्टम वाले वाहनों का उपयोग पूरे जिले में कोविड-19 दिशा-निर्देशों के पालन के संदेश को फैलाने के लिए किया जाना चाहिए है।
विशेष रिपोर्ट: स्टेट ब्यूरो चीफ- प्रकाश बारोड़