मध्य प्रदेश के शास्त्री नगर इलाके में स्थित अस्पताल रतलाम हॉस्पिटल की खाने में कीड़े मिलने का मामला सामने आया है। इस मामले से नाराज पूर्व जनपद अध्यक्ष ने हॉस्पिटल में कड़ा विरोध दर्ज कराया। इस मामले में डॉक्टर नीलेश वाधवानी ने बताया कि हॉस्पिटल में खाने की व्यवस्था को ठेके पर दिया गया है। वहीं इस मामले में मरीजों का कहना है कि भले खाने की व्यवस्था ठेके पर है, मगर खाना परोसना और उसकी निगरानी करने की ज़िम्मेदारी तो रतलाम हॉस्पिटल ही कर रहा है। बढ़ते मामले को देखते हुए बाद आखिरकार पुलिस ने समझा कर सभी को शांत कराया।
आपको बता दें कि यह विषय दो दिन पहले का बताया जा रहा है, जिसमें जावरा के पूर्व जनपद अध्यक्ष रामविलास धाकड़ ने जानकारी दी कि उनके परिचित मरीज आईसीयू में भर्ती थे, अस्पताल से ही खाना दिया गया, जिसमें इल्ली निकली है। इस मामले को लेकर जब डॉक्टर से शिकायत की गई तो, डॉक्टर का कहना था कि हमने तो खाने की व्यवस्था ठेके पर दे रखी है। मरीजों के विरोध पर डॉक्टर ने कांट्रेक्टर को फोन लगाकर ठेका समाप्त करने की चेतावनी भी दी। टीआई किशोर पाटनवाला भी मौके पर पहुंचे और सभी को समझा बुझा कर मामले को शांत करवाने की कोशिश की।
इस मामले में डॉक्टर नीलेश वाधवानी ने शिकायतकर्ताओं के सामने ही कॉन्ट्रैक्टर से फोन पर चर्चा की और इस दौरान फ़ोन लाउडस्पीकर पर रहा। उन्होंने कहा कि खाने में कीड़ा गिरा मिलने की घटना हुई है और इस बात का खुद गवाह मैं हूं। उन्होंने बताया कि दाल में से कीड़ा निकला जिसे मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है और अब इस मामले में नोटिस जारी कर रहा हूं। इस संबंध में टाईअप ब्रेक कर रहा हूं। सारे मरीजों को परोसे जाने वाले खाने में एक प्रमुख अस्पताल के भीतर इस तरह कीड़ा निकल आना चिंताजनक बात है।
विशेष रिपोर्ट-
प्रकाश बारोड़
‘सह-संस्थापक’ -ELE India News
एवं ‘स्टेट ब्यूरो चीफ’- मध्य प्रदेश