मध्य प्रदेश-उज्जैन में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध, महाकाल मंदिर में 50 लोगों को ही जाने की अनुमति

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मध्य प्रदेश के उज्जैन में सावन शुरू होने से पहले ही जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा निकालने पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। इससे पहले यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली की राज्य सरकारें कांवड़ यात्रा पर रोक लगा चुकी हैं। हर साल सावन के शुभ महीने में महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए 20 लाख से अधिक लोग उज्जैन पहुंचते हैं और कम से कम दस लाख लोग कांवड़ के रूप में पहुंचते हैं। वहीं, महाकाल मंदिर में एक बार में केवल 50 लोगों को जाने की इजाजत होगी।

अधिकारिक जानकारी में प्रभारी कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आदेश जारी कर जिले की राजस्व सीमाओं में श्रावण मास में निकलने वाली कांवड़ यात्रा पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही सभी धार्मिक आयोजनों में निर्धारित संख्या से अधिक संख्या में आमजन का एकत्रित होना प्रतिबंधित कर दिया है। धारा 144 के तहत पूर्व में जारी समस्त आदेश यथावत लागू रहेंगे।

कलेक्टर ने आगे कहा कोविड 19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच हम उज्जैन में कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं दे सकते। मंदिर में एक बार में केवल 50 लोगों को ही जाने की अनुमति होगी। हालांकि, राज्य सरकार ने अभी इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है। पिछले साल राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी।

विशेष रिपोर्ट-
प्रकाश बारोड़ (स्टेट ब्यूरो चीफ़-मध्यप्रदेश)



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