बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के कोविड केयर सेंटर को राज्य सरकार अधिग्रहण नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आवासीय परिसर में कोरोना मरीजों का इलाज नहीं किया जा सकता । वह पूरी तरह से आवासीय क्षेत्र होता है। वहां पर लोग रहते हैं, ऐसे में कोरोना सेंटर के तौर पर उसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
दरअसल, बिहार में बढ़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना के 1,पोलो रोड स्थित अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया था। इसमें बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा समेत अन्य जरूरी सामान भी रखा गया था।तेजस्वी यादव ने इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को पत्र लिखकर कोविड केयर सेंटर को सरकार द्वारा संचालित करने की अपील की थी।
कोविड केयर सेंटर का खर्च राजद उठाएगी
तेजस्वी यादव ने कहा था कि कोरोना संकट में जनता के हितों के लिए सरकार उनके आवास में बनाए गए कोविड सेंटर को अपने क्षेत्राधिकार में ले और वहां कोरोना मरीजों का इलाज शुरू करे। इसके लिए जो आवश्यक चीजें होंगी वह राजद की ओर से पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि बिहार में कोरोना की दूसरी लहर गांवों तक फैल चुकी है, ग्रामीण भी इलाज के लिए शहर की ओर रूख कर रहे हैं। ऐसे में सरकारी और कोविड डेडिकेटेड निजी अस्पतालों पर भारी दबाव है। विपक्षी दलों का आरोप है कि राज्य सरकार कोरोना नियंत्रण करने में फिसड्डी साबित हो रही है। मुख्य विपक्षी दल राजद ने अपने कार्यकर्ताओं से कोरोना मरीजों की मदद करने की अपील की है।
आवासीय परिसर में कोविड सेंटर नहीं चल सकता- मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष के पत्र का जवाब पत्र से दिया, उन्होंने पत्र में लिखा, ” आवासीय परिसर को कोविड केयर सेंटर में बदलने पर कहना चाहता हूं कि आवासीय परिसर का प्रयोग रहने के लिए किया जाता है। अस्पताल या सामुदायिक केंद्र के लिए नहीं। क्योंकि आवासीय परिसर पूरी तरह से आवासीय क्षेत्र में स्थित है। यहां पर लोगों का आना जाना लगा रहता है। अगर कोविड सेंटर यहां चलेगा तो संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा हो जाएगा। इसलिए वहां कोरोना मरीजों का इलाज संभव नहीं है।”