नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने वैश्विक नेताओं और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के साथ मिलकर बाल मजदूरी को समाप्त करने के अंतरराष्ट्रीय वर्ष में “फेयर शेयर फॉर चिल्ड्रेन” नामक अभियान की शुरुआत की है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 2025 तक दुनिया से बाल श्रम को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है और इसी के तहत साल 2021 को बाल श्रम उन्मूलन के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर वैश्विक नेताओं और युवाओं को संबोधित करते हुए कैलाश सत्यार्थी ने कहा, “हम न्यायपूर्ण और समानता की एक नई संस्कृति विकसित करने के लिए बच्चों के लिए एक उचित हिस्सेदारी यानी फेयर शेयर की मांग करते हैं। अब हम उस बदलाव की आग को प्रज्ज्वलित कर रहे हैं जो बुझने वाली नहीं है। यह मानवता के खिलाफ सदियों पुराने बाल श्रम के अपराध को समाप्त कर देगी। हम इस अभियान के लिए अब आगे बढ़ेंगे, ताकि सभी बच्चों को उनका हक मिल सके। अब हम बाल श्रम को समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”
Today we launch the global #FairShareToEndChildLabour campaign to achieve a breakthrough to end child labour by 2025. Survivor-led, it will build the biggest coalition against child labour. Thank you for your partnership @GuyRyder @A_Gurria @DrTedros @MartinChungong @UNESCO pic.twitter.com/gsHC6dd5WZ
— Kailash Satyarthi (@k_satyarthi) January 21, 2021
वहीं, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के महानिदेशक गाइ राइडर ने बाल श्रम उन्मूलन अभियान को आईएलओ की ओर से पूरा समर्थन देने का वादा किया और कहा, “आईएलओ बाल श्रम उन्मूलन अभियान के अंतराष्ट्रीय वर्ष में वैश्विक प्रयासों का एक अभिन्न अंग है। बाल श्रम उन्मूलन का यह अंतर्राष्ट्रीय वर्ष हमें फेयर शेयर अभियान’ की प्रतिबद्धता को पूरा करने का मौका देता है। संसाधनों, कानूनों और सामाजिक सुरक्षा में बच्चों को उनका उचित हिस्सा दिलाने के दृष्टिकोण को यह अभियान प्राथमिकता देता है।”
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में यह अभियान यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा कि बाल श्रम उन्मूलन के इस अंतरराष्ट्रीय वर्ष में सभी मंचों पर चर्चा की जाए और बाल मजूदरी को समाप्त करने के लिए हरेक मंच से विचार-विमर्श करते हुए तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की जाए। ‘फेयर शेयर फॉर चिल्ड्रेन’ अभियान का मकसद बच्चों की आबादी के अनुपात के अनुसार बजट और संसाधनों आदि में उनकी उचित हिस्सेदारी सुनिश्चित कराना है।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के महानिदेशक गाइ राइडर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम, विश्व प्रसिद्ध मानव अधिकार कार्यकर्ता केरी कैनेडी, घाना की मुक्त बाल मजदूरन सलीमाता टोकर, जीईपी की अध्यक्ष और सह संस्थापक नेहा शाह, प्रसिद्ध भारतीय उद्योगपति राहुल बजाज, सहित सिविल सोसायटी, यूनियनों और युवा संगठनों के तमाम नेताओं सहित जबरन बाल मजदूरी से मुक्त कराए गए युवा नेता मौजूद थे।