नई ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ के लिए मध्य प्रदेश के चार शहर रेस में !

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बीच हाल ही में मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू हो गया है। इसके बाद से प्रदेश के अन्य शहरों से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी शुरु हो गई है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश को दो और वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिल सकती है।

इन शहरों को मिल सकती है वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात

प्रदेश की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए औद्योगिक राजधानी इंदौर का नाम सबसे आगे नजर आ रहा है। रेलवे के पश्चिम मध्य रेलवे बोर्ड के जबलपुर मुख्यालय को इसे लेकर संकेत मिला है। हाल ही में वंदे भारत ट्रेन के इंदौर से संचालन और उसकी तैयारियों को लेकर जबलपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने जबलपुर रेलवे स्टेशन का दौरा कर निरीक्षण किया है। इसके बाद से यह कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि इंदौर से जबलपुर के बीच दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू हो सकती है। इसके अलावा इंदौर से राजस्थान की राजधानी जयपुर के बची भी वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना बनाई जा रही है।

माह के अंत तक मिल सकता रैक

वंदे भारत ट्रेन के इंदौर-जबलपुर रूट पर चलाने के लिए इसका रैक पश्चिम मध्य रेलवे को अप्रैल माह के अंत तक या फिर मई के शुरुआत में मिल सकता है। इसकी ट्रायल की बात करें तो जबलपुर से इंदौर तक ट्रायल के तकनीकी पहलुओं की जांच कर जल्द हरी झंडी दिखाने की कोशिश है। वंदे भारत ट्रेन को लेकर इंदौर के अधिकारियों का कहना है कि पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और रैक मिलते ही ट्रेन का संचालन कर दिया जाएगा। वंदे भारत ट्रेन को इंदौर-जबलपुर रूट पर चलाने के लिए काफी समय से तैयारियां चल रही है। इंदौर से जबलपुर के बीच ट्रैफिक के लेकर भी सर्वे किया जा चुका है जो कि पॉजिटिव रहा है। 

प्रदेश से रीवा और खजुराहो भी रेस में शामिल

  • इंदौर के अलावा रीवा और खजुराहो से भी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग शुरू हो गई है। पिछले कई दिनों से जनप्रतिनिधियों के साथ साथ रीवा और विंध्य के लोग यह मांग कर रहे है कि रीवा से वंदे भारत ट्रेन चलाई जानी चाहिए।  हाल  ही में जबलपुर मंडल के चार अधिकारियों ने रीवा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था। यह निरीक्षण रीवा और राजधानी भोपाल के बीच में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने को लेकर था। निरीक्षण के बाद इसकी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड और पीएमओ के पास भेजी जाएगी। इसके पहले रीवा में रेलवे के कर्मचारियों को वंदे भारत एक्सप्रेस का मेंटेनेंस करने व फैसिलिटी तैयार करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है।
  • दूसरी तरफ नई दिल्ली से खजुराहो के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। नई दिल्ली से खजुराहो के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की घोषणा काफी पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद कर चुके हैं। रेलवे अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे वंदे भारत एक्सप्रेस ग्वालियर, झांसी होकर खजुराहो लिए संचालित होगी। इस ट्रेन का संचालन पर्यटकों के दृष्टि से किया जाएगा, क्योंकि खजुराहो बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक जाते हैं। मई माह में इस ट्रेन का ट्रायल किया जा सकता है। यह ट्रायल दिल्ली से आगरा के बीच के रेल खंड पर किया जाएगा।  
  • नई दिल्ली से खजुराहो के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन पर्यटन को प्रमोट करेगी। दरअसल, यह ट्रेन दिल्ली से चलकर आगरा पहुंचेगी। आगरा में ताजमहल देखने के लिए देशी.विदेशी पर्यटकों का तांता लगा रहता है। इसी प्रकार ग्वालियर किला व अन्य पुरानी संपदाएं देखने के लिए भी पर्यटक आते हैं। इसके चलते इस ट्रेन का स्टॉपेज ग्वालियर को भी मिलेगा। दिल्ली से खजुराहो के बीच 667 किलोमीटर की दूरी में इस ट्रेन का केवल तीन स्टेशनों पर आगरा, ग्वालियर व झांसी में ठहराव होगा। इस ट्रेन का झांसी से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भी लाभ मिलेगा।

  • विशेष रिपोर्ट-
  • प्रकाश बारोड़
  • ‘सह-संस्थापक’
  • एवं ‘स्टेट ब्यूरो चीफ’- मध्य प्रदेश

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