झारखंड सरकार ने धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की मौत की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी है। 28 जुलाई की सुबह धनबाद में मार्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो द्वारा टक्कर मारने के कारण जज उत्तम आनंद की मौत हो गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को राज्य पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने का प्रस्ताव दिया था। इस पर शनिवार की देर शाम सहमति बन गई है। झारखंड पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में प्रयुक्त ऑटो और उसके चालक को धर दबोचा था। मुख्यमंत्री की पहल पर मामले के त्वरित अनुसंधान और दोषियों को दबोचने के लिए एसआइटी का गठन किया गया था। एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर के नेतृत्व में 22 सदस्यीय एसआईटी फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है। एसआईटी की जांच में आए तथ्यों को भी सीबीआई मुख्यालय को भेजा जाएगा।
परिजनों ने सरकार के प्रयास पर जताया था संतोष
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM
ने न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच #CBI से कराने की अनुशंसा की है।— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) July 31, 2021
जज उत्तम आनंद के परिजनों ने एक दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की थी तथा कहा था कि सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ है। उन्होंने परिजनों से कहा था कि मामले की जांच को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। त्वरित गति से इस घटना का अनुसंधान पूरा कर परिजनों को न्याय मिले यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
3 अगस्त तक कोर्ट को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM से दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजनों ने मुलाकात की। परिजनों ने मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच एवं #SIT गठन किए जाने पर संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा परिजनों को न्याय मिले यह सरकार की प्राथमिकता है। pic.twitter.com/fkWDGY6fmO
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) July 30, 2021
राज्य सरकार जज की मौत की जांच और अन्य कार्रवाइयों के बारे में 3 अगस्त तक विस्तृत रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट को सौंपेगी। राज्य में अदालतों व जजों की सुरक्षा को लेकर भी एक स्टेट्स रिपोर्ट राज्य सरकार की ओर से सौंपी जाएगी।