जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में हुआ आयोजन

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झाबुआ । जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक मंगलवार को यहाॅं कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में कलेक्टर श्री रोहित सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। श्री सिंह ने इस बैठक के आयोजन के उद्देष्य पर प्रकाष डालते हुए कहा कि जिले में मातृ-मत्युदर तथा षिषु मृत्युदर में कमी लाने के लिए हरसंभव कोषिष की जावें। गर्भवती माताओं को षत्-प्रतिषत टीकाकरण किया जावें तथा षिषुओं को भी सम्पूर्ण टीके लगाएं जाए, ताकि उन्हें एनिमिया न हो सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग दोनों आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करे, इसे अभियान के रूप में ले। श्री सिंह ने आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जाने वाले कार्ड की प्रगति की समीक्षा की और पात्र सभी हितग्राहियों के कार्ड बनाए जाने के निर्देष दिए। श्री सिंह ने जिले में स्थापित आरोग्य केन्द्रों की जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि जिले में 743 आरोग्य केन्द्र स्थापित है। इन सभी आरोग्य केन्द्रों में 16 प्रकार की दवाईयां और 8 प्रकार की जाॅंचे उपलब्ध है।

कलेक्टर श्री सिंह ने इन आरोग्य केन्द्रों की पंचायत स्तर पर पोस्टर के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देष दिए, ताकि आमजनता को इन आरोग्य केन्द्रों की जानकारी और वहाॅं मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त हो सके। साथ ही इन आरोग्य केन्द्रों में केन्द्र प्रभारी का नाम व मोबाईल नंबर का उल्लेख इन पोस्टरों में हों, श्री सिंह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की विकासखण्डवार समीक्षा की और रामा खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा कई योजनाओं में प्रगति अच्छी हांसिल करने पर प्रषंसा की और झाबुआ, मेघनगर, थांदला एवं पेटलावद खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा संतोषजनक प्रगति नहीं लाने पर नाराजगी जाहिर की तथा आगामी 10 दिन में प्रगति में सुधार लाने के निर्देष दिए। साथ ही इन खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को षोकाज नोटिस जारी करने के भी निर्देष दिए है। श्री सिंह ने जननी सुरक्षा योजना की प्रगति की विकासखण्डवार समीक्षा की और थांदला, राणापुर, मेघनगर तथा कल्याणपुरा की प्रगति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर इन खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को षोकाज नोटिस जारी करने के निर्देष दिए है।

कलेक्टर ने पोषण पुर्नवास केन्द्रों में भर्ती बच्चों की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देष दिए है कि वे अपने क्षेत्र में स्थापित पोषण पुर्नवास केन्द्रों में क्षमता अनुसार षत-प्रतिषत बच्चों को भर्ती करे। साथ ही बच्चों में कुपोषण दूर करे। उन्होंने कहा कि यदि परियोजना अधिकारी संतोषजनक कार्य नहीं करते है, तो उनका वेतन काटने की कार्यवाही की जावें। इस बैठक में अंधत्व निवारण कार्यक्रम,परिवार नियोजन कल्याण कार्यक्रम, क्षय तथा कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई और अधिकारियों को प्रगति में सुधार लाने के निर्देष दिए गए। श्री सिंह ने जिला अधिकारियों को निर्देष दिए है कि वे ब्लाॅक आवंटित कर बैठक आयोजित करे और योजनाओं तथा कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिष्चित करे। श्री सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को निर्देष दिए है कि वे आगामी समीक्षा बैठक में सम्पूर्ण जानकारी के साथ उपस्थित हो, ताकि योजनाओं तथा दिए गए निर्देषों के पालन की समीक्षा की जा सके।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन, सहायक कलेक्टर श्री आकाष सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जयपाल सिंह ठाकुर, सिविल सर्जन डा. बी.एस. बघेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अजय चैहान, सहायक संचालक श्री बालुसिंह सस्त्या, डा. राजाराम खन्ना, डा. रिया षर्मा, जिले के समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।

विशेष रिपोर्ट द्वारा- अनिल श्रीवास्तव , झाबुआ (मध्य प्रदेश)

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