जावरा के विधायक डॉ राजेंद्र पांडे की मांग पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जावरा सिविल अस्पताल को एक सर्व सुविधा युक्त एंबुलेंस की सौगात दी है। पिछले दिनों जावरा शासकीय चिकित्सालय पहुंचे इस एंबुलेंस को रिसीव करने के दौरान विधायक श्री पांडे के साथ चिकित्सालय प्रभारी डॉ दीपक पालड़िया सहित अस्पताल के कई कर्मी मौजूद रहे।
इस दौरान विधायक जी ने बताया कि कोराना काल में मरीजों को राहत देने के लिए सिविल अस्पताल में सभी जरूरी व्यवस्थाऐं जुटाई जा रहे हैं। इस मुश्किल वक्त में सभी को एकजुट होकर कोरोना से लड़ना है और इससे बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करना है ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके।
आपको बता दें कि यहां ज्यादा दिक्कत वैक्सीनेशन सेंटर और फीवर क्लिनिक के आसपास भीड़ इकट्ठा होने से थी क्योंकि ऐसे में ना चाहते हुए भी संक्रमण फैलने का डर था वैक्सीनेशन सेंटर से लेकर फीवर क्लीनिक तक की जगह बदल दी गई है। मेन गेट को बैरिकेड से बंद कर के अलग-अलग कामों के लिए 3 नए एंट्रेंस गेट तैयार किए गए हैं । इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो गया है और लोगों को भी थोड़ी सुविधा हुई है ।
आपको बता दें कि अब तक सिविल अस्पताल में आने जाने का एकमात्र रास्ता मेन गेट से ही था और अंदर घुसते ही साइडों में दो पहिया वाहन खड़े रहते थे। एक तरफ रेडक्रॉस का सोनोग्राफी सेंटर उसके पास में टीकाकरण केंद्र और उसके ही नजदीक फीवर क्लीनिक संचालित हो रहा था। ऐसे में अंदर घुसते ही लोगों का सामना संक्रमण से होने का खतरा बढ़ जाता था। दूसरी तरफ अस्पताल के मेन गेट पर ताला और आने जाने का रास्ता साइड के कारीडोर से किया हुआ था। ऐसे में भी लोग एक दूसरे से टकरा कर निकल रहे थे लेकिन अब सारी परेशानी खत्म हो गई है।
विशेष रिपोर्ट- स्टेट ब्यूरो चीफ प्रकाश बारोड़ एवं वरिष्ठ संवाददाता रईस खान।
अब टीकाकरण केंद्र- महात्मा गांधी स्कूल में जबकि फीवर क्लीनिक ओपीडी के पीछे शिफ्ट हो गया है। ऐसे में यहां लोगों के आने जाने के लिए भी रास्ते बना दिए गए हैं । फीवर क्लीनिक का रास्ता इकबाल गंज मेला मैदान से होकर जबकि सोनोग्राफी सेंटर का रास्ता साइड से कर दिया गया है। मेन गेट से केवल कोरोना मरीजों और एम्बुलेंस के लिए रास्ता रिजर्व रखा गया है। मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए बगीचे में टेंट और फीवर क्लीनिक के बाहर इंतजार के लिए भी टेंट आदि की व्यवस्था की गई है।