जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार को आतंकियों ने तीन भाजपा नेताओं पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। इस गोलीबारी में तीनों नेताओं की मौत हो गई है। आतंकियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया जब ये तीन अपने घर की ओर जा रहे थे। मारे गए नेताओं की पहचान फिदा हुसैन, उमर राशीद बेघ और उमर रमजान के तौर पर हुई है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी मच गई है। पुलिस और सेना ने पूरे इलाके को घेर कर सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुट गई है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक बीजेपी युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन उमर रमजान और हारून बेग के साथ थे। जब ये तीनों बाईके पोरा इलाके के पास पहुंचे तो वहां घात लगाए आतंकियों ने इन पर गोलीबारी कर दी। हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी वहां से फरार हो गए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने तीनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।
पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहे हैं भाजपा नेता
कश्मीर में बीजेपी नेताओं को लगातार आतंकी निशाना बना रहे हैं। पिछले छह महीने के दौरान कश्मीर घाटी में आतंकियों ने 14 बीजेपी नेताओं की हत्या कर डाली है। इसमें दो आतंकी वारदातें ऐसी हैं, जब आतंकियों ने तीन-तीन नेताओं की जान ले ली। वसीम बारी और उसके भाई-पिता की हत्या के बाद कश्मीर में बीजेपी नेता दहशत में थे। पिछले छह महीने के दौरान हुई हत्या की वारदातों में सबसे ज्यादा हत्याएं अगस्त में हुई हैं। अगस्त में कश्मीर में पांच नेताओं की हत्या की गई, इनमें सरपंच भी शामिल हैं।
इस हमले के बाद एक बार फिर से कश्मीर में बीजेपी के नेताओं में दहशत है। बता दें कि इससे पहले 6 अक्तूबर को भी भाजपा उपाध्यक्ष पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के नुनार इलाके में आतंकवादियों ने 6 अक्तूबर को भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गुलाम कादिर राथर के घर पर हमला किया था। जिसमें उनके साथ तैनात पीएसओ ने तत्काल जवाबी फायरिंग की जिसमें अज्ञात आतंकी मारा गया। क्रॉस फायरिंग में पीएसओ भी शहीद हो गया था।
गांदरबल के एसएसपी खलील पोसवाल ने जानकारी दी थी कि नुनार इलाके में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गुलाम कादिर राथर अपने घर पर थे। उसी समय आतंकियों ने उनपर हमला कर दिया था। कादिर की सुरक्षा में तैनात जम्मू-कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल मोहम्मद अल्ताफ ने तत्काल जवाबी कार्रवाई करते हुए एक अज्ञात आतंकी को मार गिराया था। हालांकि इस घटना में मोहम्मद अल्ताफ भी शहीद हो गए थे।
नए आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
सुरक्षा बलों की तरफ से इस बीच इन हत्याओं में शामिल आतंकियों को भी मार गिराया गया। लेकिन उसके बावजूद हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को हुई हत्याओं से एक बार फिर से कश्मीर में बीजेपी नेता खौफ में हैं। पुलिस की तरफ से बार-बार सुरक्षा को पुख्ता करने का दावा किया गया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। गुरुवार को कुलगाम में तीन नेताओं की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर में सक्रिय नए आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। इस संगठन का कश्मीर में इतना नाम नहीं है। लेकिन फिर भी इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने में आतंकी संगठन कैसे कामयाब हो गया, इस पर सुरक्षा एजेंसियां मंथन कर रही हैं।