केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के पक्ष में और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शुक्रवार सड़क पर उतरे हैं। कांग्रेस पार्टी आज देशभर में राजभवनों का घेराव करेगी। कांग्रेस पार्टी आज देशभर में ‘किसान अधिकार दिवस’ मना रही है। इसी अभियान के तहत दिल्ली में राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी कार्यकर्ता राजनिवास तक मार्च कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने ‘किसान अधिकार’ दिवस पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास का घेराव करने के लिए राज निवास की ओर बढ़ रहे हैं।
Nothing will deter the Congress party in our fight to save our farmers. We must stand together, united in our efforts and with a singular focus, save our farmers from this power hungry & greedy govt. #SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/ZOKof1nJuj
— Congress (@INCIndia) January 15, 2021
इस दौरान राहुल गाधी ने कहा कि हमारे किसान जो कर रहे हैं मुझे उस पर गर्व है और मैं किसानों का पूरा समर्थन करता हूं और मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा। राहुल ने कहा कि जब मोदी सरकार किसानों की जमीन छीनने की कोशिश कर रही थी, तब हमने उन्हें रोका था। मोदी सरकार एक बार फिर से किसानों पर आक्रमण कर रही है।
कुछ देर पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िए और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।”
– ये तीन कानून किसान को खत्म करने के कानून हैं। इस देश को आज़ादी अंबानी-अदानी ने नहीं, किसान ने दी है। आज़ादी को बरकरार हिन्दुस्तान के किसान ने रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन देश की आज़ादी चली जाएगी: राहुल गांधी
-नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान को नहीं समझ रहे हैं, वो सोचते हैं कि किसानों में शक्ति नहीं है और ये 10-15 दिन में चले जाएंगे क्योंकि नरेंद्र मोदी किसान की इज्जत नहीं करते। नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान का किसान नहीं डरेगा, नहीं हटेगा और भागना आपको पड़ेगा: राहुल गांधी
-कानून रद्द होंगे, नरेंद्र मोदी जी को समझ जाना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह हिन्दुस्तान है पीछे नहीं हटता है, उनको (प्रधानमंत्री) आज नहीं तो कल पीछे हटना पड़ेगा। अगर इंटेलिजेंट होते तो आज यह कर देते: राहुल गांधी
मोदी-माया टूट गयी, मोदी सरकार का अहंकार भी टूटेगा लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है, ना टूटेगा।
सरकार को कृषि विरोधी क़ानून वापस लेने ही होंगे!#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/xa2BhS5s2O
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 15, 2021
–राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के उन सांसदों से मुलाकात की जो जंतर-मंतर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक पार्टी अधिकारी के मुताबिक, ‘कांग्रेस ने सभी राज्य की इकाइयों को अपने-अपने राज्यों में राजभवनों का घेराव करने को कहा है। केंद्रीय शासित प्रदेशों में लेफ्टिनेंट गवर्नर हाउस का घेराव किया जाएगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ दिल्ली कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।’
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने पूरे देश में ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाया। पार्टी ने सभी प्रदेशों में राजभवनों का घेराव किया और सोशल मीडिया पर ‘स्पीक अप फॉर किसान अधिकार’ मुहिम चलाई। राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उपराज्यपाल भवन के घेराव कार्यक्रम में शामिल हुए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, केंद्र सरकार का अहंकार भी टूटेगा। लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है और ना टूटेगा। सरकार को कृषि विरोधी कानून वापस लेने होंगे। जंतर-मंतर पर पिछले करीब चालीस दिन से धरना दे रहे पंजाब से पार्टी सांसदों का समर्थन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला।
किसान नहीं, बल्कि केंद्र सरकार को पीछे हटना होगा:
राहुल गांधी ने कहा कि यह तीनों कानून किसानों को खत्म करने वाले कानून हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी को किसानों ने बरकरार रखा है। क्योंकि, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी, उस दिन देश की आजादी चली जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की जमीन छीनने की कोशिश की थी। उस वक्त कांग्रेस ने किसानों के साथ लड़ाई लड़ी और सरकार को रोका। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है।
काले गुब्बारे उड़ाकर भी जताया विरोधः
कांग्रेस के घेराव कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार और कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान विरोध जताने के लिए काले गुब्बारे भी उड़ाए गए। इसमें कृषि कानूनों के विरोध में पट्टियां लिखकर भी उड़ाई गईं। राजभवन का घेराव करने के लिए शुक्रवार की सुबह ही कांग्रेस के कार्यकर्ता सिविल लाइंस व आसपास जुटने लगे थे। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार की ओर से पहले ही दिल्ली भर से कार्यकर्ताओं को घेराव में शामिल होने का संदेश दिया गया था। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा जोश देखने को मिला।
धरने पर बैठे कांग्रेस सांसदों से मिले राहुल:
राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने जंतर-मंतर पहुंचकर पंजाब से पार्टी के उन सांसदों के साथ एकजुटता प्रकट की जो पिछले करीब 40 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्य जसबीर गिल, गुरजीत औजला, रवनीत सिंह बिट्टू और कुछ अन्य नेता कृषि कानूनों के खिलाफ खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं। उनकी मांग तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की है। राहुल गांधी और प्रियंका कुछ देर तक पार्टी के इन सांसदों के साथ धरना स्थल बैठे और उनके साथ एकजुटता प्रकट की।
राहुल विदेश से लौटते ही सक्रिय:
राहुल गांधी विदेश से लौटने के बाद मजबूती के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं। किसान आंदोलन को लेकर इससे पहले भी पार्टी ने पूरे देश में कई कार्यक्रम किए थे। पर राहुल गांधी प्रदेशों के इन कार्यक्रमों से दूर रहे थे। ऐसे में राहुल गांधी से तमिलनाडु के दौरे और दिल्ली में उपराज्यपाल भवन के घेराव में शामिल होना मौजूदगी दर्ज कराना है।