अज्ञानता के अंधकार को मिटाने वाली मां सरस्वती का पूजनपर्व है वसंत पंचमी- ध्यान योगी रोहित गुरु जी

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मां सरस्वती अज्ञानता के अंधकार को मिटाने वाली हैं। उन्हें साहित्य, संगीत, कला की देवी माना जाता है। बसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन मां का सच्चे मन से पूजन करने से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है। मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए कुछ आसान से उपाय कर सकते हैं। वसंत पंचमी का पावन पर्व 16 फरवरी 2021, मंगलवार को श्रद्धा, उल्लास से मनाया जाएगा। इस दिन माघ मास का चौथा प्रमुख स्नान पर्व भी है। इस अवसर पर संगम में लाखों श्रद्धालु ब्रह्ममुहूर्त से आस्था की डुबकी लगाएंगे। इस अवसर पर विधिविधान से मां सरस्वती का पूजन -अर्चन किया जाएगा।

ग्रहों का योग फलदायी

  1. वसंत पंचमी पर बुध, गुरु, शुक्र व शनि चार ग्रह शनि की राशि मकर में चतुष्ग्रही योग का निर्माण कर रहे हैं। मंगल अपनी राशि में विद्यमान रहकर इस दिन के महात्म्य में वृद्धि करने करेगा।
  2. सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 11:30 से 12:30 तक रहेगा। विद्यार्थियों को मां सरस्वती की आराधना अधिक फलदाई रहेगी।

बसंत पंचमी पूजा विधि-

1. मां सरस्वती की प्रतिमा या मूर्ति को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
2. अब रोली, चंदन, हल्दी, केसर, चंदन, पीले या सफेद रंग के पुष्प, पीली मिठाई और अक्षत अर्पित करें।
3. अब पूजा के स्थान पर वाद्य यंत्र और किताबों को अर्पित करें।
4. मां सरस्वती की वंदना का पाठ करें।
5. विद्यार्थी चाहें तो इस दिन मां सरस्वती के लिए व्रत भी रख सकते हैं।

विशेष– भव्यशक्ति ज्योतिष अनुसंधान- ध्यान योगी रोहित गुरु जी द्वारा किसी भी ज्योतिष परामर्श के लिए हमें अपना प्रश्न अपने डिटेल्स के साथ भेजिये। हमारा ईमेल पता है- eleindianews.in@gmail.com हमारा व्हाट्सएप न. है- 9650145075 , 9926026116

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