देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। जनता की मजबूरी भी है कि रोजी-रोटी के कारण ईंधन का इतेमाल करना पड़ रहा है, जिसके लिए जेब हल्की हो रही है। मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के मुकाबले महंगा है। इसी के चलते प्रदेश के वे लोग जो यूपी बॉर्डर के करीब रहते हैं, यूपी के पेट्रोल पम्प में जाकर ईंधन आपनी गाड़ियों में डलवा रहे हैं। इससे उन्हें प्रति लीटर करीब 10-11 रुपये की बचत हो रही है।
यूपी बॉर्डर से लगे दतिया और अन्य जुड़े इलाके के रहने वाले लोग अपने वाहनों से पड़ोसी राज्य के नजदीकी पेट्रोल पम्प से ईंधन डलवा लाते हैं। क्योंकि सूबे में यूपी के मुकाबले पेट्रोल पर प्रति लीटर 10 से 11 रुपए तक दाम ज्यादा है, जबकि राजस्थान में प्रति लीटर दो से तीन रुपए तक दाम कम है। मध्य प्रदेश में यूपी से अधिक पेट्रोल-डीजल के दाम होने की वजह यह है कि यहां यहां पेट्रोल पर 6.2% और डीजल पर 5.52% वैट ज्यादा है। वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर 26.8% ही वैट है तो एमपी में 33% वैट लगता है। यही हाल डीजल का भी है, एमपी में डीजल पर 23% वैट लगता है, जबकि उप्र में 17.48% ही वैट देना पड़ता है।
यही वजह है कि बॉर्डर के लोग मध्य प्रदेश की बजाय यूपी में जाकर पेट्रोल-डीजल भरवा रहे हैं। इससे उन्हें पेट्रोल पर करीब 10.87 रुपए की बचत होती है। तो वहीं, डीजल पर 9.20 रुपए की बचत होती है। हैरानी वाली बात यह है कि, यह काम आम जनता ही नहीं बल्कि कारोबार और ट्रांसपोर्ट के काम से जुड़े लोग भी कर रहे हैं। गौरतलब है कि आम जनता अब पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर गुस्से में हैं तो सूबे में विपक्ष में बैठी में कांग्रेस आज आधे दिन का बंद रखने का ऐलान किया है।