कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए 2DG दवा के तौर पर भारत को एक और हथियार मिल गया है। सोमवार को डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ की ओर से तैयार की गई कोरोना वैक्सीन 2DG को हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन को सौंपा। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री की ओर से इस दवा को एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया को सौंपा गया। दवा को रिलीज किए जाने के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की लीडरशिप में इस वैक्सीन को तैयार किया गया है। यह भारत की पहली पूर्ण स्वदेशी वैक्सीन हो सकती है, जो कोरोना संकट से निपटने में मदद करेगी।
Delhi: Defence Minister Rajnath Singh handed over the Anti-COVID drug 2DG to Union Health Minister Dr Harsh Vardhan (in pic 1). Dr Harsh Vardhan handed over the Anti-COVID drug 2DG to Delhi AIIMS director Dr Randeep Guleria (in pic 2) pic.twitter.com/4Pl6aBxprw
— ANI (@ANI) May 17, 2021
यही नहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस वैक्सीन के जरिए कोरोना से रिकवरी का टाइम कम होगा। इसके अलावा ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम होगी। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस दवा से भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कोरोना से जंग लड़ने में मदद मिलेगी। हर्षवर्धन ने कहा, ‘इस दवा से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि आने वाले दिनों में पूरी दुनिया में कोरोना से निपटने में मदद मिलेगी। मैं डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को इसके लिए शुभकामनाएं और धन्यवाद देता हूं।’ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने देखा है कि पीएम नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में डीआरडीओ ने कोरोना से जंग में अहम भूमिका अदा की है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह वैक्सीन अगले सप्ताह से भारत में मिलेगी लगेगी। पहले बैच के तहत इस वैक्सीन की 10,000 डोज उपलब्ध कराई जाएंगी। बीते साल से रेमडेसिविर समेत कई दवाओं को कोरोना से रोकथाम के लिए अहम माना गया है, लेकिन 2-DG ऐसी पहली दवा है, जो कोरोना से बचाव के लिए अहम है। ड्रग्स कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने इस वैक्सीन को कोरोना मरीजों पर इमर्जेंसी में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है। कहा जा रहा है कि इस दवा के सेवन से ऑक्सीजन के इस्तेमाल की जरूरत कम हो सकेगी। ऐसे में इस दवा को अहम माना जा रहा है।