एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के इस तंज पर कि- “हमेशा नारियल साथ लेकर चलते हैं..” प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि- हाँ हम नारियल लेके चलते हैं। नारियल सेवा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि- “मैं नारियल लेकर चलता हूं कोई शैम्पेन की बोतल तो लेके नहीं चलता।”
#WATCH We are undertaking development works, when they don’t have anything to say they are commenting on me carrying coconut. Coconut is a symbol of purity and service. I carry coconut and not a champagne bottle: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/br0EVcG6r0
— ANI (@ANI) October 10, 2020
कांग्रेस की पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि- विकास के काम कमलनाथ ने जो ठप कर दिए उसे हमने फिर से शुरू किया। अब हम विकास के कार्य कर रहें तो इन्हें तकलीफ हो रही है और कुछ नहीं मिल रहा तो कह रहें हम नारियल लेके चलते हैं।
वहीं शिवराज ने कमलनाथ के एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि जनता हमारी भगवान है, अहंकार कांग्रेस को मुबारक हो। मंदसौर नीमच की जनता ने 2018 की चुनाव में बीजेपी को एक तरफा जीत दी थी केवल 300 वोट से हारे थे बाकी सब जीते थे।मुझे लगा कि जनता का धन्यवाद शीश झुकाकर करना चाहिए..1 बार नहीं लाखों बार जनता को शीश झुकाता रहूंगा।
कमलनाथ ने शिवराज की मंच पर घुटनों के बल बैठने की फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि यदि नेता जनता को झूठे सपने, झूठे सब्जबाग ना दिखाये, झूठी घोषणाए ना करे, झूठे चुनावी नारियल ना फोड़े, जनता से किये अपने हर वादे को वचन समझ पूरा करे, जनता को झूठे- लच्छेदार भाषण परोसकर मूर्ख ना समझे।
यदि नेता जनता को झूठे सपने, झूठे सब्ज़बाग़ ना दिखाये, झूठी घोषणाएँ ना करे, झूठे चुनावी नारियल ना फोड़े, जनता से किये अपने हर वादे को वचन समझ पूरा करे, जनता को झूठे- लच्छेदार भाषण परोसकर मूर्ख ना समझे, pic.twitter.com/5jYdsnQ1oL
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 10, 2020
दूसरे ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा था कि अपनी सत्ता लोलुपता के लिये सौदेबाज़ी से जनादेश का अपमान कर राजनीति को कलंकित ना करे, जनहित उसके लिये सदैव सर्वोपरि हो तो जनता उसे हमेशा सर आंखों पर बैठाती है, अपने सर का ताज बनाती है, उसको घुटने टेकने की कभी ज़रूरत ही नहीं पड़ती है।