मध्य प्रदेश के भिंड-मुरैना में अगर बिजली बिल है बकाया, तो रद्द होगा असलहे का लाइसेंस

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जब भी विभाग के कर्मचारी बिजली कनेक्शन काटने जाते थे तो लाइसेंसधारी लोग उन्हें धमका देते थे। ऐसे में बिजली विभाग ने अब भिंड-मुरैना में बकाएदारों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने का मन बनाया है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के भिंड-मुरैना यानी चंबल अंचल में बंदूक रखना लोग अपनी शान समझते हैं। लोगों पर बंदूक प्रेम इतना हावी है कि सिर्फ मुरैना में 36 हजार लाइसेंसी बंदूकधारी हैं। हालांकि, इन्हीं बंदूकधारियों पर अब बिजली विभाग का शिकंजा कसने लगा है। दरअसल, बिजली विभाग ने उन बंदूकधारियों की सूची बनानी शुरू कर दी है, जिन पर लाखों रुपये का बिल बकाया है। बिजली विभाग की योजना है कि ऐसे बकाएदारों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। 

बिजली विभाग ने प्रशासन से मांगी मदद
जानकारी के मुताबिक, वसूली के लिए बिजली वितरण कंपनी ने प्रशासन से मदद मांगी है। इसके लिए जिले के सभी थानों से बंदूकधारियों की सूची मांगी गई, जिनमें ऐसे बकाएदारों को छांटा जाएगा, जो बिजली विभाग के बकाएदार हैं। बताया जा रहा है कि अगर बंदूकधारी नोटिस के बाद बिजली का बकाया बिल जमा नहीं करेगा तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। 

634 करोड़ का बिजली बिल बकाया
गौरतलब है कि चंबल अंचल में बिजली विभाग के 634 करोड़ रुपये के बिल का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। यह रकम लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में विभाग ने पहले कनेक्शन काटने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे टाल दिया गया। सूत्रों का कहना है कि जब भी विभाग के कर्मचारी बिजली कनेक्शन काटने जाते थे तो लाइसेंसधारी लोग उन्हें धमका देते थे। ऐसे में बिजली विभाग ने अब भिंड-मुरैना में बकाएदारों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने का मन बनाया है। 

प्रशासन से मांगी गई सूची
बताया जा रहा है कि बिजली विभाग ने मुरैना के 26 थानों से शस्त्र लाइसेंसधारकों की सूची मांगी है। इनमें से बिजली विभाग के बकाएदारों के नाम छांटे जाएंगे और उन्हें नोटिस भेजे जाएंगे। इसके बावजूद बिल नहीं चुकाया जाता तो उनके शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। पहले चरण में 400 लोगों को नोटिस भेजने का लक्ष्य तय किया गया है। 

किसानों पर भी 125 करोड़ बकाया
बिजली विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, मुरैना जिले में कृषि पंपों के 25 हजार कनेक्शन हैं और इन पंप कनेक्शनधारी किसानों पर बिजली बिल के 125 करोड़ बकाया हैं। कई बार तगादा करने के बाद भी किसान बिजली विभाग का बकाया एरियर जमा नहीं कर रहे हैं। 

विशेष रिपोर्ट: स्टेट ब्यूरो चीफ- प्रकाश बारोड़

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