स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के लिए एक नई रूपरेखा देश के सामने प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभाग और मंत्रालय आत्मनिर्भर भारत की मोदी की पहल के प्रति गंभीरता से काम कर रहे हैं। यह स्वदेशी को लेकर महात्मा गांधी के संकल्प को एक नया आयाम देने की कोशिश है। हमारी सरकार ने भारत के आत्म सम्मान एवं संप्रभुता को किसी भी कीमत पर कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया।
उन्होंने आत्मनिर्भर पहल के बारे में बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने यह दिखाया कि यदि कोई देश आत्मनिर्भर नहीं है तो वह अपनी संप्रभुता का प्रभावी तरीके से रक्षा करने में सक्षम नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में देश के सामने इसे लेकर ही नई रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने 101 सैन्य हथियारों और साजो-सामान के आयात पर प्रतिबंध के फैसले को लेकर कहा कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े और कठोर फैसले लिए जा रहे हैं। बड़ी हथियार प्रणालियां अब भारत में बनेंगी और देश रक्षा विनिर्माण का केंद्र बनने के लिए इनके निर्यात की संभावना तलाशेगा।
बता दें कि रविवार की सुबह रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने की एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर 2024 तक के लिए रोक लगाने की घोषणा की थी। इनमें हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मालवाहक विमान, पारंपरिक पनडुब्बियां और क्रूज मिसाइल शामिल हैं।