आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर 2014 से पहले कोरोना वायरस आता तो क्या होता? क्या हम लॉकडाउन लगा सकते हैं थे जब देश की 60 फीसदी आबादी खुले में शौच जाती थी। पीएम मोदी ने कहा कि ‘स्वच्छग्रह’ ने हमें सशक्त बनाया है।
बता दें कि महात्मा गांधी को समर्पित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (आरएसके) की प्रधानमंत्री ने सबसे पहले घोषणा 10 अप्रैल 2017 को गांधीजी के चम्पारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने के मौके पर की थी। यह स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्मक (इंटरैक्टिव) अनुभव केंद्र होगा।
आरएसके पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और केंद्र का अवलोकन किया। आरएसके में स्थित सभागार में प्रधानमंत्री ने दर्शक 360 डिग्री का अनूठा ऑडियो-विजुअल कार्यक्रम देखा।
इसमें भारत की स्वच्छता की कहानी यानी दुनिया के इतिहास में लोगों की आदतों में बदलाव लाने वाले सबसे बड़े अभियान की यात्रा दिखाई गई। इसके बाद पीएम मोदी दिल्ली के 36 स्कूली छात्रों से बातचीत की जो 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व किया और फिर संबोधित किया। संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हुई कि आप स्वच्छता के मुद्दों में रचि रखते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाना होगा और भी कोरोना से खुद को सुरक्षित भी रखना होगा। इसके लिए हमें मास्क पहनना होगा, 6 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी और खुले में थूकने से बचना होगा। इससे पहले, पीएम ने राष्ट्रीय स्वच्छ भारत मिशन में एक ‘स्वच्छ भारत मिशन’ पर एक छोटा वीडियो देखा। वह 360 डिग्री के ऑडियो-विजुअल शो भी गए, जो स्वच्छता यात्रा को एक कहानी के रूप में प्रस्तुत किया गया था।
उधर राहुल गाँधी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट करके कहा कि “क्यों नहीं ! हमें तो एक कदम आगे बढ़कर, देश में लगातार बढ़ती ‘असत्य की गंदगी’ भी साफ़ करनी है। क्या प्रधानमंत्री चीनी आक्रमण का सत्य देश को बताकर इस सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे?”