जानिए कौन हैं आरसीपी सिंह, जिन्हें नीतीश कुमार ने बनाया है अपना उत्तराधिकारी

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM of Bihar Nitish Kumar)  ने रविवार (27 दिसंबर ) को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (JDU National Executive Meeting) में अपने उत्तराधिकारी के रूप में राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह (Rajya Sabha Member RCP Singh)  के नाम की घोषणा कर दी।

आरसीपी की गिनती जदयू में नीतीश कुमार के बाद नंबर दो वाले ओहदे पर होती थी। वह पार्टी के नीति निर्धारक भी रहे हैं। नीतीश ने आरसीपी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे सर्वसम्मति से तमाम सदस्यों ने समर्थन दिया। उनके राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्‍साह दिखा । नीतीश कुमार के कई अहम फैसलों में आरसीपी सिंह की महत्‍वपूर्ण भूमिका रही है। वे नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के निवासी हैं।

1998 से हैं नीतीश कुमार के साथ

 नालंदा जिले के रहने वाले 62 वर्षीय आरसीपी सिंह वर्ष 1998 से नीतीश कुमार के साथ हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के यूपी कैडर के अधिकारी रहे आरसीपी सिंह वर्ष 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव थे। उसी वक्त नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बने। वर्ष 1998 में जब नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री बने तब उन्होंने आरसीपी सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया। उसके बाद लगातार वह नीतीश कुमार के साथ रहे। लंबी अवधि तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में भी काम करते रहे।

आरसीपी सिंह ने 2010 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस के तहत स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति (Voluntary retirement) ले लिया था। इसके बाद नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को राज्यसभा भेज दिया।

जेएनयू से पढ़े आरसीपी IAS रहे

रामचंद्र प्रसाद सिंह (RamChandra Prasad Singh) जदयू के नए राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पूरा नाम है।राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में उनका लाेकप्रिय नाम आरसीपी सिंह है।  वर्तमान में जदयू से राज्‍य सभा सदस्‍य हैं। राजनीति में आने से पहले वे यूपी कैडर के आइएएस (IAS) रह चुके हैं। वे नीतीश सरकार में भी प्रधान सचिव (Principal Secretary)  रह चुके हैं। उन्‍होंने उच्‍च शिक्षा जेएनयू (Jawahar Lal Nehru University)  से ग्रहण की है। उनका जन्‍म बिहार के नालंदा जिले के मुस्‍तफापुर ( Mustafapur of Nalanda district of Bihar) में 6 जुलाई 1958 में हुआ है। उन्‍होंने पटना साइंस कॉलेज से बीए, इतिहास (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्‍त की। हाईस्‍कूल की पढ़ाई नालंदा जिले के हुसैनपुर से की है। 1982 में उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई है। 1984 में उन्‍होंने यूपीएससी की प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल की। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी लिपि सिंह 2016 बैच की आइपीएस हैं।

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