लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि नए संसद भवन का शिलान्यास 10 दिसंबर को 1 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भूमिपूजन के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम नए संसद भवन में दोनों सदनों का सत्र शुरू करेंगे। ओम बिरला ने कहा कि इस भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।
On the completion of the 75 years of India’s independence, we will begin the session of both the Houses in the new Parliament building: Lok Sabha Speaker Om Birla https://t.co/XFQpY0lWgT
— ANI (@ANI) December 5, 2020
यह भविष्य में दोनों सदनों के सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। मौजूदा में समय में लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 245 सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि नए संसद भवन में 1224 सांसद एकसाथ बैठ सकेंगे और मौजूदा श्रम शक्ति भवन (संसद भवन के निकट) के स्थान पर दोनों सदनों के सांसदों के लिए कार्यालय परिसर का निर्माण कराया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि संसद का नया भवन 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में होगा और इसके निर्माण पर कुल 971 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। बिरला ने प्रस्तावित भवन के बारे में विवरण पेश करते हुए कहा, ‘लोकतंत्र का वर्तमान मंदिर अपने 100 साल पूरे कर रहा है। यह देशवासियों के लिये गर्व का विषय होगा कि नए भवन का निर्माण हमारे अपने लोगों द्वारा किया जाएगा, जो आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख उदाहरण होगा।’
उन्होंने कहा, ‘नए भवन के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित होगी। आशा है कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर संसद का सत्र नए भवन में आयोजित होगा।’ ओम बिरला के मुताबिक, संसद की नई इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी और इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर शामिल होंगे तथा 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी।