बिहार विधानसभा चुनाव और उपचुनावों में हार का सामना करने के बाद, कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ने विशेष समिति की एक बैठक मंगलवार को बुलाई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शाम 5 बजे होगी लेकिन इसका एजेंडा स्पष्ट नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के घटक दल के रूप में 70 सीटों पर लड़ी कांग्रेस मात्र 19 सीटों पर जीत हासिल कर पाई है। जहां महागठबंधन में शामिल आरजेडी और वामदलों ने लगभग 50% सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस के इस कमजोर प्रदर्शन पर पार्टी के भीतर और बाहर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्टी के सीनियर लीडर कपिल सिब्बल हो या आरजेडी के नेता शिवानंद तिवारी दोनों के बयानों में कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन को कटघरे में खड़ा किया गया है। हालांकि कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने एक पत्र लिखकर शिवानंद तिवारी के बयानों पर पलटवार किया है और उन्हें दलबदलू करार देते हुए, NDA को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर महागठबंधन को कमजोर करने का जिम्मेदार भी बताया है।
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में समीक्षा का मुद्दा उभर रहा है। पार्टी में सुधार की मांग करने के लिए कुछ महीने पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 कांग्रेसी नेताओं में से एक कपिल सिब्बल ने हार की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है, जिसके बाद वह साथी कांग्रेसी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी तक, कांग्रेस नेता सिब्बल के सवाल उठाने से उनपर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने हाईकमान को आत्ममंथन की सलाह दी है। एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि देश के लोग, न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते, यह एक निष्कर्ष है। बिहार में विकल्प आरजेडी ही था, हम गुजरात में सभी उपचुनाव हार गए। लोकसभा चुनाव में भी हमने वहां एक भी सीट नहीं जीती थी। उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को 2 फीसदी से कम वोट मिले, मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस आत्ममंथन करेगी। हालांकि उनके इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास तक उनकी जोरदार खिलाफत कर रहे हैं लेकिन इससे पार्टी की किरकिरी जरूर हो रही है।