देश में आर्थिक मंदी और रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पार्टी नेताओं को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सलाह दी है कि वे केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के सहारे न बैठे रहें, बल्कि 2024 में राज्य में सत्ता पाने के लिए पूरे दमखम के साथ काम करें।
राम माधव मंगलवार को आंध्र प्रदेश में पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, मोदी के कंधों पर बंदूक रखकर लड़ाई में उतरने की कोशिश न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप उसी एक प्रतिशत (2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले वोट) पर रहेंगे।
माधव ने कहा, मोदी अगले 10-15 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे। हम उनके सुशासन और लोगों के अनुकूल उनके कार्यक्रमों से लाभ अर्जित करेंगे, लेकिन केवल इतना ही पर्याप्त नहीं है। उद्देश्य एक शक्तिशाली ताकत के रूप में उभरने का है।
भाजपा महासचिव एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसमें विधान परिषद सदस्य सोमू वीरराजू ने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दायित्व संभाला। माधव ने कहा कि आंध्र प्रदेश में विपक्ष की स्थिति में एक खालीपन है। उन्होंने कहा, हमें उस खालीपन को भरना है और 2024 में सत्ता में आने के लिए पूरे दमखम के साथ काम करना है।
भाजपा नेता ने कहा, हर चीज के लिए दिल्ली (नेतृत्व) से न कहें। जो भी जरूरत होगी, दिल्ली करेगी, लेकिन पार्टी की स्थानीय इकाई को मेहनत करनी चाहिए और लोगों के लिए लड़ना चाहिए।
जैसा की विदित है कि कोरोना महामारी के दौरान पहले से ही खस्ताहाल अर्थव्यवस्था और बुरी स्थिति में पहुंच गई है। रोजगार और व्यापार के हालात बहुत चिंताजनक है। दूसरी तरफ सरकार किसानों, नौजवानों और देश के आम मतदाताओं की उम्मीदों को पूरा करने में सफल नहीं हो पा रही है। सरकार की ओर से निजी करण को बढ़ावा देने से भी असंतोष उभर रहा है। ऐसे में बीजेपी नेताओं के माथे पर बल पड़ना स्वाभाविक है।