केंद्र सरकार पर आजकल जमकर बरस रहे सत्यपाल मलिक की विपक्षी खेमे में नई राजनीतिक पारी की शुरुआत हो गई है। मधु लिमये के जन्मशती समारोह में विपक्षी दलों के कई दिग्गज नेताओं की उपस्थिति में उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। मलिक ने कहा कि 2024 का चुनाव भाजपा को सत्ता से हटाने का सबसे सटीक अवसर है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो देश को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इस कार्यक्रम के अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमारे सिस्टम में जो भी बेहतर था, उन सबको धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी देश की संवैधानिक संस्थाएं उसकी प्राण होती हैं। उन्हीं के सहारे देश की व्यवस्था को संचालित किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की 70 साल की आजादी में जो भी संवैधानिक संस्थाएं बनाई गई थीं, उन सबको एक-एक कर समाप्त किया जा रहा है।
— Satyapal Malik (@SatyapalMalik6) April 30, 2023
आरएसएस के एक नेता पर गंभीर आरोप लगाने के बाद लगातार सीबीआई से पूछताछ का सामना कर रहे सत्यपाल मलिक ने कहा कि अब तक यह माना जाता था कि इस देश के इतिहास में इमरजेंसी का समय सबसे बुरा काल था। उस दौर से गुजरने के बाद देश ने यह सीख ली थी कि इस तरह का समय दोबारा नहीं आने दिया जाएगा, लेकिन इस समय का काल उस दौर से भी ज्यादा बुरा है। उन्होंने कहा कि इस दौर से जल्द से जल्द बाहर निकलना ही देशहित में होगा।
बताया भाजपा को हराने का फॉर्मूला
सत्यपाल मलिक ने विपक्ष में अपनी भूमिका को निभाने की शुरुआत भी कर दी है। कांग्रेस के संदीप दीक्षित, जेडीयू के केसी त्यागी, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के दीपांकर भट्टाचार्य और बसपा सांसद दानिश अली की उपस्थिति में मलिक ने कहा कि भाजपा इस समय ऐसी तस्वीर पेश करने की कोशिश करती है, जैसे कि उसे चुनाव में हराया ही नहीं जा सकता। लेकिन सच्चाई यह है कि एक बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरने पर भाजपा को आसानी से हराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी राजनीतिक दलों को इसके लिए गहराई से मंथन करना होगा और अपने कुछ राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में हर लोकसभा क्षेत्र से विपक्ष का केवल एक ही उम्मीदवार खड़ा किया जाए। उस सीट पर जो भी विपक्षी दल सबसे मजबूत स्थिति में हो, उसे अवसर दिया जाए और बाकी के लोग उसका सहयोग दें, तो भाजपा के मजबूत उम्मीदवारों को भी हराया जा सकता है।
विशेष रिपोर्ट-
अजीत राय ‘विश्वास’
चीफ एडवाइजर- ELE India News