भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि महापंचायत का आयोजन समय-समय पर होता रहेगा। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का सफलतापूर्वक संचालन करने के बाद टिकैत ने यह बात कही। उन्होंने हर साल 10 दिन का किसान आंदोलन मेला आयोजित करने की भी कही।
किसानों के मुद्दे पर होती रहेगी बात
टिकैत ने उन्होंने कहाकि हर साल 10 दिन का किसान आंदोलन मेला आयोजित किया जाएगा। वहीं किसानों के मुद्दे पर बात करने के लिए समय-समय पर महापंचायत भी होगी। टिकैत ने इस दौरान आंदोलन के दौरान सरकार पर दबाव बनाने के लिए मीडिया की भूमिका की भी तारीफ की। गौरतलब है कि आंदोलन के सफलतापूर्वक खत्म होने के बाद किसान दिल्ली बॉर्डर से अपने घर पहुंचने लगे हैं। बड़ी संख्या में किसान धरनास्थल को खाली कर चुके हैं। अब किसान 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने बयान में कहाकि अगर सरकार अपने वादों को पूरा नहीं करती है तो हम अपना आंदोलन फिर से शुरू करेंगे।
कल से किसानों का जाना शुरू हो गया है, उम्मीद है कि यहां से सभी लोग 15 दिसंबर तक पूर्ण रूप से चले जाएंगे। आगे की क्या रणनीति रहेगी? इसके लिए 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी: गाज़ीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत https://t.co/cwUxcRNXV8 pic.twitter.com/xbaMG51rjn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2021
वापस हो चुके हैं तीन कृषि कानून
इससे पहले 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की घोषणा की थी कि सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस ले लेगी। इसके बाद 29 नवंबर को शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में प्रक्रिया पूरी करने के बाद इन कानूनों को वापस ले लिया गया। हालांकि किसानों ने इसके बाद भी आंदोलन खत्म करने से इंकार कर दिया था। उनकी मांग थी कि किसान एमएसपी को लेकर कानूनी गारंटी दे साथ ही किसानों पर लगाए गए मुकदमों को वापस ले। बाद में सरकार ने किसानों की मांग को मानते हुए एक लिखित पत्र जारी किया था।