मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के बयान पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, सिंधिया परिवार को जो लोग करीब से जानते हैं, चाहे वो कांग्रेस के हों या बीजेपी के, वे ये जानते हैं कि हमारी हमेशा से मंशा रही है, एक सेवक के रूप में जनता की सेवा और विकास करना। इसी मंशा के साथ पिछले बीस साल से कार्य जारी है। ग्वालियर की जनता के आशीर्वाद से जीवन के आखिरी सांस तक सेवा जारी रखने की कोशिश करूंगा।
गौरतलब है, दो दिन पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा था कि सिंधिया को मध्य प्रदेश सीएम बनना चाहिए। बीजेपी की प्रदेश में सरकार बनाने में योगदान देने का इनाम तो सिंधिया को जरूर मिलना चाहिए। अगर सिंधिया सीएम बने तो सबसे पहले मैं उन्हें बधाई दूंगा।
‘रतनगढ़ बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना’
ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, रतनगढ़ बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना बेहद महत्वपूर्ण परियोजना है। इस परियोजना से ग्वालियर, दतिया और भिंड जिले के किसानों को काफी लाभ मिलने वाला है। इससे हजारों-लाखों हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी। सिंधिया ने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार भी जताया। सिंधिया ने कहा, बीजेपी सरकार ने चुनाव से पहले जो वादा किया था, वह पूरा करके दिखा दिया है। दो हजार 250 करोड़ रुपये की इस बहुउद्देशीय परियोजना से अंचल भर के किसानों को लाभ मिलेगा और किसान आर्थिक रूप से मजबूत भी होंगे।
‘हमारी विचारधारा जनता की भलाई की विचारधारा रही’
मीडिया ने केंद्रीय मंत्री से एक सवाल में पूछा कि उन्होंने कांग्रेस विचारधारा को गद्दार विचारधारा कहा है? इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सीधा-सीधा जवाब न देते हुए कहा, चाहे कांग्रेस या फिर बीजेपी, हम जिस भी पार्टी में रहे हैं, हमारी विचारधारा जनता की भलाई की विचारधारा रही है। चाहे मेरी दादी हों, मेरे पूज्य पिताजी हों या फिर मैं, पिछले 20 साल में केवल जनता के हित में जनता के लिए हमने काम किया है, आगे भी करते रहेंगे। इसके साथ ही एलिवेटिट रोड के दूसरे चरण की राशि स्वीकृत होने पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका ग्वालियर के लोगों को लाभ मिलेगा, दूसरे चरण पर भी काम शुरू होने जा रहा है।
विशेष रिपोर्ट-
प्रवीण यादव
सह-संस्थापक : ELE India News