संयमनिष्ठा, गुरु निष्ठा, एवं श्रम निष्ठा का अद्भुत संगम हैं- साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी

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साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी अपने 42 महासती जी के साथ जावरा पधारी. श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ संघ की महाविभूति श्री कनक प्रभा जी ने तेरापंथ साध्वी समाज का लगभग 5 दशकों तक कुशल नेतृत्व कर एक अनुपम मिसाल कायम की है. धीर, गंभीर श्री कनक प्रभा श्री मैं संयमनिष्ठा, गुरु निष्ठा, एवं श्रम निष्ठा का अद्भुत संगम है. इन्हें आचार्य तुलसी आचार्य श्री महाप्रज्ञ एवं वर्तमान में आचार्य श्री महाश्रमण इन तीनों आचार्य की पावन सानिध्य का सहयोग मिला है.

पिछले 50 वर्षों में समग्र साध्वी समाज का पथ दर्शन करते हुए उनके आध्यात्मिक विकास के अनेक द्वार उद्घाटित किए हैं इनकी प्रशासन कला वाणी में वात्सल्य, प्रखर लेखनी, भावपूर्ण काव्य प्रभाव धर्म संघ के लिए अनमोल वरदान है. इनकी वाणी और लेखनी में सरस्वती का वास है. इनके मौलिक चिंतन व लेखन ने युग चेतना को प्रभावित किया है. सीमित शब्दों में असीम सार उडेल देना इनकी विशेषता है. इन्होंने अनेक यात्रा ग्रंथ वह काव्य कृतियां लिखी है. इनके द्वारा रचित गीतों में भक्ति व समर्पण तो है ही क्रांति का सिंहनाद और समाधान के सरल उपाय भी समाहित है.

जीवन के आठवें दशक में भी वे निष्ठा वह जागरूकता पूर्वक साध्वी समाज के आध्यात्मिक विकास के लिए प्रयासरत है. इनके प्रमुखा पद पर मनोनयन दिवस की अर्ध शताब्दी के शुभारंभ के उपलक्ष में शत शत वंदन अभिनंदन जैन समाज के नाम अपना संदेश देते हुए साध्वी प्रमुखा श्री जी ने कहां भगवान महावीर हमारे आराध्य हैं, उन्होंने अहिंसा अपरिग्रह और अनेकांत के सिद्धांत का प्रतिपादन किया. उनके उत्तरवती आचार्यों मैं आचार्य भिक्षु एक क्रांतिकारी आचार्य हुए वे तेरापंथ के प्रथम आचार्य थे. आचार्य श्री महाश्रमण जी तेरापंथ धर्म संघ की परंपरा के 11 वे आचार्य हैं. वे 9 नवंबर 2014 से अहिंसा यात्रा कर रहे हैं इन 7 वर्षों में उन्होंने तीन देश और 20 राज्यों को अपने चरण स्पर्श से पावन किया है.

इस यात्रा का मुख्य तीन उद्देश्य है. पहली सद्भावना, दूसरी नैतिकता और तीसरी नशा मुक्ति. कोरोना महामारी के इस विकट समय में संयम अनुशासन और आध्यात्मिक सेवा का विशेष लक्ष्य बनाएं और मनोबल मजबूत रखें. जप का प्रयोग करें सरकारी गाइडलाइन के प्रति जागरूक रहें. समय हमेशा एक समान नहीं रहता, चिंतन सकारात्मक रखें और विश्व मानव के प्रति मैत्री की भावना रहे. यह नगर के सभी पत्रकार बंधुओं को कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए पत्र के माध्यम से बताया. इस अवसर पर जावरा नगर के सुभाष टुकड़िया, श्री रंजीत सिंघल, श्री प्रवीण मेहता, जावद के श्री सुनील जी बिकानेरिया, चेन्नई के श्री धर्मचंद जी लुक्कड़ उपस्थित थे. कल महासती जी जोयो कैफे से विहार करके सरस्वती शिशु मंदिर ढोढर पर विराजमान रहेगी. उपरोक्त जानकारी सुभाष टुकड़िया ने दी.

विशेष रिपोर्ट: स्टेट ब्यूरो चीफ- प्रकाश बारोड़

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