मध्य प्रदेश राज्य कैबिनेट का विस्तार आखिरकार हो ही गया, शिवराज की कैबिनेट में 2 मंत्री शामिल किए गए। राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत मंत्री पद की शपथ दिलाई, दोनों मंत्री सांसद सिंधिया के समर्थक हैं। वहीं दोनों मंत्रियों के शपथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस राजभवन में मौजूद रहे।
मध्यप्रदेश उपचुनाव के परिणाम 10 नवंबर को घोषित हुए थे। जिसके बाद से ही कैबिनेट विस्तार का इंतजार हो रहा था। विस्तार को लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ चार दौर की बैठकें हुई। सूत्रों के मुताबिक 1 जनवरी को विस्तार को मंजूरी मिली थी, जिसके बाद बाद ही कैबिनेट विस्तार का कार्यक्रम तय किया गया।
राजपूत-सिलावट को मिल सकते हैं यह विभाग
सूत्रों के मुताबिक शिवराज की सरकार आने के बाद दोनों मंत्रियों गोविंद राजपूत और तुलसी सिलावट को क्रमशः परिवहन व राजस्व विभाग व जल संसाधन विभाग दिए गए थे। संभवतः इस बार भी इन्हें यही विभाग मिलना तय है जबकि भाजपा दोनों मंत्रियों को अन्य विभाग देना चाहती थी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व और सिंधिया के बीच हुई सहमति के बाद दोनों नेताओं को एक बार फिर उन्हीं विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
अभी भी खाली हैं 4 पद, फिर हो सकता है कैबिनेट विस्तार
शिवराज कैबिनेट के 14 सदस्यों बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंषाना, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, गिर्राज दंडौतिया, तुलसीराम सिलावट, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया,बृजेंद्र सिंह यादव, गोविंद सिंह राजपूत और डॉ. प्रभुराम चौधरी ने चुनाव लड़ा था।
फिलहाल इनमें से इमरती देवी, एदल सिंह कंषाना और गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार गए थे। जबकि वहीं इनमें से दो लोगों को चुनाव के दौरान ही छह माह का कार्यकाल पूरा होने पर मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब दोनों को फिर से कैबिनेट में लिया गया है और इसके बाद भी 4 पद खाली रह जाएंगे यानि आगे भी कैबिनेट विस्तार होगा।