दिल्ली समेत देशभर में जारी कोविड-19 वैक्सीन संकट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गंभीर चिंता जताई है। केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई के लिए टीम इंडिया को साथ आना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश वैक्सीन क्यों नहीं खरीद रहा है? हम इसे राज्यों पर नहीं छोड़ सकते। हमारा देश कोविड के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, तो क्या हम राज्यों को अपने दम पर छोड़ देंगे? क्या यूपी अपने टैंक खरीदेगा या दिल्ली अपने हथियार?
कोरोना के ख़िलाफ़ लड़े जा रहे इस युद्द में देश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने के लिए हमें राज्यों में बंटकर नहीं बल्कि एकजुट भारत के तौर पर आगे बढ़ना होगा | Press Conference | LIVE https://t.co/YwXIB4dZ95
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 26, 2021
कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में केन्द्र को सहयोग देने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस लड़ाई को हार नहीं सकते। अगर केन्द्र यह लड़ाई हारता है तो भाजपा नहीं, बल्कि भारत लड़ाई हारेगा।
उन्होंने कहा कि हमारा देश कोरोना के खिलाफ युद्ध कर रहा है। ऐसे में हम यह नहीं कह सकते कि सब राज्य सरकारें अपना-अपना देखें। अगर कल पाकिस्तान युद्ध करता है तो हम नहीं कह सकते हैं यूपी अपने टैंक खरीद ले, दिल्ली अपने हथियार खरीद ले। ये वक्त सभी सरकारों को टीम इंडिया बनकर काम करने का है। मैं प्रधानमंत्री जी को कहना चाहता हूं कि जो काम हमारा है ही नहीं, वो काम राज्य सरकारें कैसे करेंगी। जो काम केंद्र सरकार का है वो काम केंद्र सरकार को ही करना पड़ेगा। आप वैक्सीन लाकर राज्यों को दे दीजिए, जनता को वैक्सीन लगाने का काम हमारा है, वो हम करेंगे।
केजरीवाल ने पत्रकारों से ऑनलाइन बातचीत में दावा किया कि भारत ने अपना टीकाकरण अभियान छह माह की देरी से शुरू किया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के देशों ने अपने लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया था, लेकिन भारत में अपनी जनता को टीका लगवाने की बजाय टीके विदेश भेजे गए। अगर हमने टीकाकरण अभियान पहले शुरू कर दिया होता तो हम कोरोना की सेकेंड वेव में बहुत से लोगों को बचा सकते थे। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केन्द्र ने राज्यों से खुद ही टीके खरीदने को कहा है।
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने टीके खरीदने के प्रयास किए, लेकिन कोई राज्य टीके की व्यवस्था नहीं कर पाया। कई राज्यों ने ग्लोबल टेंडर निकाले पर उसका भी कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने केन्द्र से टीके खरीद कर उन्हें राज्यों में बांटने का अनुरोध किया।