देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक जरूर लगा है, लेकिन वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के कारण चिंता बनी हुई है। यह चिंता सिर्फ सरकारों को ही नहीं, जजों को भी सता रही है। यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज ने आज एक सुनवाई के दौरान ईश्वर से प्रार्थना की और कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करेंगे कि जल्द से जल्द सभी का टीकाकरण हो जाए ताकि सुप्रीम कोर्ट में पहले की तरह एक बार फिर से फिजिकल सुनवाई के लिए खोला जा सके।
कोर्ट एक जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहा था। याचिकाकर्ता की टिप्पणी पर जवाब देते हुए जस्टिस चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि मैं प्रार्थना करुंगा कि जब अगली बार इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो तो सब लोग आमने सामने खड़े हों। मार्च 2020 से ही सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल माध्यम से सुनवाई हो रही है।
एक अन्य मामले में जस्टिस चंद्रचूड़ कोविड संक्रमण के दौरान अपने आइसोलेशन के अनुभवों को साझा किया था। इस सुनवाई के दौरान जब मास्क और टीके की चर्चा शुरू हुई तो वहां अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता मौजूद थे। उन्होंने बताया कि वह 18 दिनों तक आइसोलेशन में रहे थे, वह और उनकी पत्नी दोनों ही कोविड संक्रमित पाए गए थे। जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि अपना समय बिताने के लिए वह किताबों का सहारा लिया करते थे।
इसी दौरान जस्टिस एमआर शाह ने उन्हें याद दिलाया कि लापरवाही न करें, हमेशा दो मास्कों का इस्तेमाल करें। जस्टिस चंद्रचूड़ उन जजों में शामिल रहे जिन्होंने कोविड वैक्सीनेशन पॉलिसी को लेकर सरकार से सख्त सवाल किए थे, साथ ही इसमें खासी गलतियां भी निकाली थीं।सरकार ने कोर्ट में बताया कि साल 2021 के आखिरी तक पूरे देश को टीका लगाए जाने की उम्मीद है।