राहुल गांधी बोले- “पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे उठाऊंगा”

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कांग्रेस में अंदुरुनी कलह और नेतृत्व संकट के बीच पार्टी के नए अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिंम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने अपनी अपनी मांग रखी. बैठक में एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग हुई. शुक्रवार को कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगी. उन्होंने बताया था कि शनिवार से शुरू होने वाला बातचीत और मुलाकात का यह दौर अगले दस 10 तक चलेगा और सोनिया गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें करेंगी.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. कांग्रेस पार्टी के नेताओं की आज 10 जनपथ पर अहम बैठक हुई. इस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पहुंचे. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी  के साथ हुई इस बैठक में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, बीएस हुड्डा, अंबिका सोनी और पी चिदंबरम सुबह 10 बजे 10 जनपथ पहुंचे.
  2. करीब 5 घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने अपनी अपनी बात रखी. बैठक में राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालने की मांग उठी. अंत में राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी जो ज़िम्मेदार देगी उसे मैं उठाउंगा. इस पर बैठक में तालियां बजीं.
  3. बैठक के बाद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण हमने पार्टी के भविष्य पर चर्चा की. यह एक रचनात्मक बैठक थी जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की वर्तमान स्थिति और इसे मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. 
  4. शुक्रवार को सुरजेवाला ने कहा था, “कांग्रेस जल्द ही एक नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. कांग्रेस का एक चुनावी कॉलेज, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी सदस्य चुनेंगे कि कौन सबसे अनुकूल है. “
  5. रणदीप सुरजेवाला कहा था शनिवार से शुरू होने वाली इस प्रक्रिया के तहत सोनिया गांधी अगले 10 दिनों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें करेंगी. उन्होंने बताया था कि गांधी परिवार के नेता इस दौरान उन 23 “असंतुष्टों नेताओं से मिलेंगे जिन्होंने अगस्त में एक पत्र लिखकर संगठनात्मक बदलाव लाने की मांग की थी.
  6. बता दें कि 23 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में 23 नेताओं ने हस्ताक्षर किए थे. इस विषय पर भी अपनी चिंताओं को लेकर पांच या छह नेताओं का एक कोर समूह सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकता है.
  7. उन्होंने कहा था, “मेरे समेत 99.9% लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष चुना जाए.” अंतिम निर्णय उनका है. राहुल गांधी, जिन्होंने 2017 में सोनिया गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था, लेकिन पिछले साल पार्टी के लोकसभा चुनाव में हार के बाद पद छोड़ दिया था, 2014 में सत्ता खोने के बाद से यह दूसरी हार थी.
  8. लोकसभा चुनाव में हार के बाद से कांग्रेस की हार का सिलसिला जारी है. कांग्रेस को कर्नाटक और मध्य प्रदेश में विद्रोह के बाद से सत्ता गंवानी पड़ी. विद्रोह के लगातार खतरों के चलते राजस्थान में पार्टी संघर्ष कर रही है. 
  9. कांग्रेस ने बिहार चुनाव में खराब प्रदर्शन किया और केरल और राजस्थान जैसे राज्यों में स्थानीय निकाय चुनावों में अपने वोटों का नुकसान होते हुए देखा.
  10. कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर शीर्ष पद पर राहुल गांधी की वापसी की मांग की है, लेकिन उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि उनके रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है. हालांकि, राहुल गांधी अभी भी सभी फैसले लेते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर हमलों में पार्टी का चेहरा हैं.

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