राहत- 63 दिनों के बाद भारत में पहली बार कोरोना के एक लाख से कम मामले

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भारत में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस के एक लाख से भी कम नए मामले दर्ज किए गए हैं। 63 दिनों के बाद भारत में पहली बार कोरोना के एक लाख से कम मामले दर्ज हुए हैं। वहीं, 66 दिनों बाद कोरोना के इतने कम मामले आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में एक दिन के अंदर कोरोना वायरस के 86,498 नए मामले आए हैं।

राहत भरी बात यह है कि इस अवधि में मौतों के आंकड़े में भी गिरावट देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में देश में 2123 मरीजों ने इस संक्रमण के कारण दम तोड़ा। देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या भी घटकर 13 लाख 3 हजार 702 हो गई है। पिछले 24 घंटे के अंदर 97 हजार 907 एक्टिव मामले घटे हैं। एक दिन के अंदर देश में 1 लाख 82 हजार 282 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं। यह लगातार 26वां दिन है जब दैनिक मामलों से ज्यादा संख्या कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की है।

देश में कोरोना से ठीक होने की दर में भी बढ़ोतरी हो रही है और यह अब 94.29 फीसदी पर पहुंच गई है। वहीं, साप्ताहित संक्रमण दर गिरकर 5.94 फीसदी पर आ गया है। भारत में लगातार 15 दिनों से दैनिक संक्रमण दर 10 फीसदी से नीचे है और बीते दिन में भी यह 4.62 प्रतिशत रहा। आईसीएमआर के मुताबिक, देशभर में अब तक कोरोना के 36 करोड़ 82 लाख 7 हजार 596 नमूनों की जांच हुई है। इनमें से 18 लाख 73 हजार 485 नमूने 7 जून को जांचे गए हैं। वहीं, अब तक 23,61,98,726 लोगों को कोरोना टीका लगा है। इनमें से 33,64,476 खुराकें 7 जून को दी गई हैं।

पूरी आबादी को कैसे लगेगा कोरोना टीका

केंद्र सरकार ने टीकाकरण नीति में बदलाव के साथ ही दिसंबर तक 18 साल से अधिक आबादी के सभी 94 करोड़ लोगों को टीका लगाने की योजना तैयार कर ली है। सरकार ने कहा कि जुलाई तक टीके की 53.6 करोड़ खुराक उपलब्ध हैं, जबकि अगस्त से दिसंबर के बीच 133.6 करोड़ खुराक का इंतजाम किया जा रहा है। इससे सभी 94 करोड़ लोगों को टीका लगा पाना संभव हो सकेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के अनुसार टीकाकरण शुरू होने से लेकर जुलाई तक टीकों की उपलब्धता 53.6 करोड़ है। इसमें राज्यों एवं निजी अस्पतालों द्वारा सीधे तौर पर खरीदी गई 18 करोड़ डोज भी शामिल है। अगस्त से दिसंबर के बीच कोविशील्ड की 50 करोड़, कोवैक्सीन की 38.6 करोड़, बायोलॉजिकल ई की 30 करोड़,, जायडस कैडिला की 5 करोड़ तथा स्पूतनिक के 10 करोड़ डोज उपलब्ध होंगे। इन पांच महीनों में 133.6 करोड़ खुराक होगी। इस प्रकार जनवरी से दिसंबर तक कुल 187.2 करोड़ खुराक होंगी। जो 94 करोड़ वयस्क व्यक्तियों के लिए पर्याप्त होंगी। भूषण के अनुसार यदि फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन आदि से इस बीच टीके मिल जाते हैं, साथ ही घरेलू कंपनी जिनोवा का टीका तैयार हो जाता है या भारत बायोटैक की नेजल वैक्सीन तैयार हो जाती है, तो इससे टीकों की अतिरिक्त उपलब्धता होगी।

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