जावरा नि.प्र। राष्ट्र निर्माण में ग्रामीण बच्चों-युवाओं की भूमिका अहम बनती जा रहा है शिक्षा के प्रसार से प्रतिभावान युवाओं की नई क्रांति ग्रामीण क्षेत्र में जन्म ले रही है जिससे विश्व मे आने वाला वक्त भारतीय युवाओं का होगा । उक्त विचार शिक्षाविद दिलीप त्रिवेदी ने अपनी सेवानिवर्ती के अवसर पर ग्राम नागदी माध्यमिक विद्यालय में आयोजत संम्मान समारोह के प्रतिउत्तर में कहे। श्री त्रिवेदी ने कहा कि शिक्षक की नोकरी एक पवित्र धनोपार्जन की पूर्ति का साधन है तथा राष्ट्र निर्माण में महती आहुति देने का अवसर है। शिक्षकों को पूर्ण जिम्मेदारी से ईश्वरीय प्रकल्प को सार्थक करने अवसर रहता है जिससे हम श्रेष्ठ अध्यापन से निभा सकते है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे.श्री इकबाल मंसूरी ने कहा कि ग्रामीण युवा बच्चे ऊर्जा से परिपूर्ण होते है क्योंकि गांव में शहरों की अपेक्षा समय को नष्ट करने के साधन कम होते है आवश्यकता इन्हें सही दिशा देने की, शिक्षकों की श्रेष्ठ अध्यापन कर राष्ट्र निर्माण में उत्प्रेक् का कार्य करना आवश्यक है इस अवसर पर प्रभारी संकुल प्राचार्य श्री आर सी दायम, श्री परीक्षित पुरोहित, तेजपाल मोर्य, ईश्वर लाल राठौर, पुखराज सुमन, ललित शर्मा, गोपाल सिलावट, रामदयाल पाटीदार, धर्मेन्द्र सिसोदिया ने भी संबोधित किया।
सवर्प्रथम अथितियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।सरस्वती वंदना कु कुमकुम ,कु कुमकुम ,कु उर्मिला ने की। स्वागत भाषण श्रीराधेश्याम जरान्द्रा ने तथा संस्थागत जानकारी संस्था प्रभारी श्रीमती सुनीता बैरागी ने दी। इस अवसर पर संकुल शिक्षकों ने सेवा निवर्ती पर श्री त्रिवेदी का शाल श्री फल से अभिनंदन किया।साथ ही कक्षा 8वी में अध्ययनरत छात्र -छात्राओं का बिदाई कार्यक्रम भी किया गया. अतिथियों का स्वागत श्री केलाश पांचाल, ललित शर्मा, लोकेंद्र सिंह, श्री गिरधारी लाल गार्डिया, लालचंन्द पंचोलिया, वरदीचंद पाटीदार, सुरेश परमार ,दिनेश जोशी, बिहारी लाल धनोतिया आदि ने तथा आभार श्रीमती चेतना उपाध्याय ने माना।
विशेष रिपोर्ट-
प्रकाश बारोड़
‘सह-संस्थापक’
एवं ‘स्टेट ब्यूरो चीफ’- मध्य प्रदेश