रतलाम जिले के जावरा शहर में मिलनसार सेवाभावी दूसरों का दर्द समझने वाले, मरीज हो या मित्र इन्होंने कभी किसी को ऊँची आवाज में नही बोला। एक अच्छे चिकित्सक के साथ-साथ ये बेहद मृदुभाषी औऱ मिलनसार स्वभाव वाले व्यक्ति भी हैं। अगर कोई मरीज़ इनके पास ऐसा भी आता है जिसके पास दवाई के पैसे नही है तो भी यह उसको दवाई देकर दुबारा आने को कहते हैं। सेवा का जज़्बा कुट-कूट कर भरा है इनमे..जी हाँ ऐसे हैं हमारे जावरा के होम्योपैथ चिकित्सक डॉ अशोक पाटीदार जी, इन्होंने अपना होम्योपैथी का क्लीनिक तब शुरू किया जब लोग होम्योपैथी चिकित्सा पर कम ही यक़ीन करते थे। ऐसे दौर में इन्होंने लोगो का इलाज किया और भरोसा जीता।
आज होम्योपैथी चिकित्सा और डॉ अशोक पाटीदार का नाम जावरा शहर में सम्मान के साथ लिया जाता है। आपको बता दें कि इस भयंकर महामारी कोरोना काल के दौर में भी डॉ अशोक पाटीदार जी, जी-जान से मरीजो की सेवा में लगे हैं। धन्य हैं ये औऱ इनके माता पिता जिन्होंने इनके अंदर ऐसे कुशल माननीय गुण और व्यवहार दिए हैं।
एक छोटे से गांव में किसान के घर पैदा हुवे बचपन से ही कुछ करने का जज़्बा था, फ़िर बड़े होकर शहर आये..होम्योपैथी की पढ़ाई की और होम्योपैथी के चिकित्सक बन गए। जावरा शहर ही नहीं काफी दूर-दूर से भी मरीज़ इनके पास आते है औऱ ये पूरी तन्मयता से सभी का सफ़ल इलाज़ करते हैं। साथ ही ज़रूरत मंद लोगों की सेवा में भी आगे रहते हैं।
स्पेशल रिपोर्ट- संवाददाता रईश खान, जावरा (रतलाम, मध्य प्रदेश)