गति से प्रथम सुरक्षा– मप्र की इंदौर पुलिस के CSP श्री संतोष कुमार सिंह तोमर का सराहनीय कार्य
मालवा मैं एक कहावत हैं कि पानी से पहले पार बांध ली जाय तो नुकसान से बचा जा सकता हैं औऱ यह किया है मप्र की इंदौर पुलिस के श्री तोमर ने, श्री तोमर वर्तमान मैं इंदौर मैं सराफा CSP के पद पर कार्यरत हैं. मप्र के इंदौर के सराफा दो बातों के लिए फेमस हैं, एक तो सराफा की चाट- आदमी इंदौर गया और सराफा की चाट नही खाई तो इंदौर जाना बेकार हैं ओर दूसरा इंदौर के सराफा फेमस हैं. इंदौर सराफा का नाम दूर-2 तक चलता है, इंदौर का सराफा और चाट बाजार इंदौर की हदयस्थली हैं. काफी आवागमन और बहुत रस रहता हैं.
फोन पर चर्चा मैं श्री तोमर साहब ने बताया कि मैं ऐसा कुछ करू की जिससे आम जनता को राहत मिले तथा अपराध और अपराधियों पर भी अंकुश लगे. मैं जब यहाँ पर टी आई था तब भी मेने यहाँ पर कैमरे लगवाए थे. जब मैं CSP खजराना था तब मैंने वहा पर भी कैमरे लगवाये थे जिसके कारण निश्चित रूप से वहां पर अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगा और अपराध मैं कमी आयी.
मेने यहाँ के व्यपारियो की एक मीटिंग बुलाई औऱ उन्हें सुरक्षा और उसके महत्व को बताया तथा कहा कि पुलिस आपके साथ हैं बस आपसे कुछ सहयोग की जरूरत हैं , सबने हा कर दी, मेने उनसे कहा कि आपने जो कैमरे लगाए वो आप की दुकानों की सेफ्टी के हिसाब से सही है, जो कैमरे आपने लगवाये हैं उनमें से 2 कैमरे हमारे हिसाब से लगवा लीजिये तो दुकान और बाजार दोनों की सेफ़्टी हो जाएगी, उन्होंने हा कर दी.
कुछ हमने ओर व्यपारियो के सहयोग से काम हो गया, जिसके कारण बाज़ार की इन्ट्री से लेकर अंदर तक कौन अंदर आ रहा हैं किस्से मिल रहा हैं से लेकर वाहन चोरी छोटी बड़ी घटना सब पर पुलिस की नजर रहने लगी और पूरे इलाके की नाके बंदी हो गयीं. इसके कारण वाहन चोरी मैं कमी आएगी, अपराध और अपराधी मैं डर भी रहेगा कि वो कैमरे ओर पुलिस की नजर में है तथा अपराध अगर होता भी हैं तो अपराधी जल्दी पकड़ा जाएगा ओर अपराधी पर पुलिस का खोफ भी रहेगा कि पुलिस उसे देख रही हैं..श्री तोमर का यह एक सराहनीय कदम है. आपका अगला प्लान क्या है पर तोमर साहब ने बताया कि वे अपने कार्य छेत्र को अलग 2 जोन मैं बाट कर वहा के रह वासियों की मीटिंग बुलाकर सुरक्षा की बात को बता कर सभी दूर कैमरे लगवाएंगे. आपने आम नागरिकों से भी अपील की हैं कैमरे लगवाने के बहुत फायदे हैं अतः आप अपने घर और शॉप पर कैमरे जरूर लगवाये.
(Reported By – मध्यप्रदेश ब्यूरो चीफ प्रकाश बारोड़ और सहयोगी राइस खान)