भारत के इतिहास में पहली बार सबसे बड़ा कैबिनेट विस्तार किया गया। बुधवार शाम 6 बजे सर्वार्थ सिद्धि योग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के 43 मंत्रियों ने शपथ ली। उस मुहूर्त में, जिसमें किए सभी काम सफल होते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला फेरबदल और विस्तार है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मोदी की टीम में शामिल किए गए नए मंत्रियों के साथ प्रमोट किए गए 7 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। कुल 15 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली है।
LIVE: President Kovind administers oath of office and secrecy to the members of the Council of Ministers at Rashtrapati Bhavan https://t.co/sIDwdpWn4m
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 7, 2021
पीएम मोदी के अलावा अब केंद्रीय कैबिनेट में 77 मंत्री हैं। विस्तार से पहले कैबिनेट के कुल सदस्यों की संख्या 53 थी। इनमें से 12 की छुट्टी कर दी गई और इस तरह कुल 41 सदस्य बचे। कैबिनेट फेरबदल में 7 को प्रोन्नति दी गई है तो 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है। डेढ़ घंटे चले शपथ ग्रहण में राष्ट्रपति ने कुल 43 सदस्यों को शपथ दिलाई है।
मोदी ने इन्हें प्रमोट किया
अनुराग ठाकुर, जीके रेड्डी, मनसुख मांडविया, किरन रिजिजू, आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी और पुरषोत्तम रूपाला को प्रमोशन मिला है। ये सभी 7 राज्य मंत्री थे, इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 7, गुजरात से 5 नए चेहरे
उत्तर प्रदेश से 7 मंत्री: अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी, भानुप्रताप सिंह वर्मा, सत्यपाल सिंह बघेल, कौशल किशोर, बीएल वर्मा और अजय कुमार
गुजरात से 5 मंत्री: मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रूपाला, दर्शना विक्रम जरदोश, देवसिंह चौहान और महेंद्र भाई मुंजापारा
कर्नाटक से 5 मंत्री: राजीव चंद्रशेखर, शोभा करंदलाजे, ए नारायण स्वामी और भगवंत खूबा
महाराष्ट्र से 4 मंत्री: नारायण राणे, कपिल पाटिल, भगवत कृष्ण राव कराड़ और भारती प्रवीण पवार
पश्चिम बंगाल से 4 मंत्री: सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर, जॉन बारला और नीतीश प्रामाणिक
बिहार से 3 मंत्री: पशुपति कुमार पारस, आरसीपी सिंह और राजकुमार सिंह
मध्यप्रदेश से 2 मंत्री: ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार
असम से 2 मंत्री: सर्वानंद सोनोवाल और किरण रिजिजू
ओडिशा से 2 मंत्री: अश्विनी वैष्णव और विश्वेश्वर टुडू
राजस्थान से एक मंत्री: भूपेंद्र यादव
तेलंगाना से एक मंत्री: जी किशन रेड्डी
हिमाचल प्रदेश से एक मंत्री: अनुराग ठाकुर
दिल्ली से एक मंत्री: मीनाक्षी लेखी
झारखंड से एक मंत्री: अन्नपूर्णा लेखी
उत्तराखंड से एक मंत्री: अजय भट्ट
मणिपुर से एक मंत्री: राजकुमार रंजन सिंह
त्रिपुरा से एक मंत्री: प्रतिमा भौमिक
तमिलनाडु से एक मंत्री: एल मुरुगन
अब टीम मोदी में 11 महिलाएं, 7 नए मंत्री 7 राज्यों से
मोदी टीम में अब सबसे ज्यादा महिलाएं हैं। उत्तर प्रदेश से अनुप्रिया पटेल, कर्नाटक से शोभा करंदलाजे, गुजरात से दर्शना विक्रम जरदोश, दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, झारखंड से अन्नपूर्णा देवी, ओडिशा से प्रतिमा भौमिक, महाराष्ट्र से भारती प्रवीण पवार ने शपथ ली। कैबिनेट में पहले से ही 4 महिला मंत्री हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, खाद्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और आदिवासी मामलों की राज्य मंत्री रेणुका देवी हैं। नए और पुराने को मिलाकर मंत्रिमंडल में 11 महिलाएं हो गई हैं।
77 मंत्रियों का जातिगत गणित
- 8 राज्यों से 12 दलित मंत्री
- 8 राज्यों से 8 आदिवासी मंत्री
- 15 राज्यों से 27 OBC के मंत्री
- 5 राज्यों से 5 अल्पसंख्यक मंत्री
कैबिनेट की औसत उम्र 3 साल घटी: विस्तार से पहले मोदी कैबिनेट की औसत उम्र 61 साल थी, जो अब घटकर 58 हो गई है।
युवा टैलेंट: 14 मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं। इनमें से 6 को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है।
युवा टैलेंट: 14 मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं। इनमें से 6 को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है।
अनुभव: 46 मंत्री ऐसे हैं जो पहले केंद्र में मंत्रीपद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 23 मंत्री कम से कम तीन बार सदस्य रहकर कम से कम 10 साल तक संसदीय कामकाज का अनुभव रखते हैं।
राज्यों में सरकार चलाने का अनुभव
- 4 पूर्व मुख्यमंत्री।
- 18 ऐसे मंत्री जो राज्यों में मंत्रीपद संभाल चुके हैं।
- 39 पूर्व विधायक हैं जो राज्य में विधायी कामकाज देख चुके हैं।
प्रोफेशनल्स की सरकार
- 68 मंत्री ग्रैजुएट
- 13 मंत्री वकील
- 7 पूर्व ब्यूरोक्रेट
- 7 मंत्रियों के पास डॉक्टरेट की डिग्री
- 6 मंत्री डॉक्टर
- 5 इंजीनियर
- 3 मंत्री मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रैजुएट