भारत में कोरोना संकट को देखते हुए कई देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया है और इन देशों से अब तक चिकित्सीय उपकरणों वाले 17 कंसाइनमेंट भारत पहुंच भी चुके हैं। सरकार ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। ये माल दुनिया के 14 देशों से आया है।
सरकार ने बताया कि 24 अप्रैल से 2 मई के बीच भारत को 14 देशों से जरूरी चिकित्सीय उपकरणों वाले 17 कंसाइनमेंट मिले हैं। इनमें ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स, मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटीलेटर, ऐंटी-वायरल दवा, कोविड जांच के लिए रैपिड किट, पल्स ऑक्सीमीटर, एन95 मास्क और पीपीई किट शामिल हैं।
भारत को सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम से 24 अप्रैल को कंसाइनमेंट मिला था। इसके तहत यूके ने 95 ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटरस्, 20 वेंटीलेटर सहित कई अन्य उपकरण भी भेजे थे। ये सभी उपकरण दिल्ली के अलग-अलग अस्पताल भेजे गए।
इसके बाद सिंगापुर ने 28 अप्रैल को 256 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, सिंगापुर से मिले ऑक्सीजन सांद्रकों को भुवनेश्वर, पटना, रायपुर और रांची के एम्स अस्पतालों में बराबर बांटा गया।
रूस ने भी भारत को ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स, लंग वेंटीलेटर, बेडसाइड मॉनिटर और ऐंटी वायरल दवा Favipiravir की कम-से-कम 2 लाख पैकेट भेजे।
यहां तक कि रोमानिया जैसे देश में भी भारत को 75 ऑक्सीजन सिलेंड और 80 ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर भेजे हैं, जिन्हें दिल्ली के लेडी हार्डिंग, सफदरजंग और एम्स जैसे अस्पतालों में भेजा गया।
इनके अलावा संकट के समय में भारत को अमेरिका, यूएई, आयरलैंड, थाइलैंड, जर्मनी, फ्रांस, उज्बेकिस्तान और ताइवान ने भी मदद भेजी है।
अभी तक भारत को सबसे ज्यादा माल अमेरिका और यूएई ने भेजा है। अमेरिका ने 7 लाख 14 हजार 301 जांच किट, सवा लाख रेमडेसिविर वायल, लगभग 10 लाख एन95 मास्क भेजे हैं तो वहीं यूएई ने 480 वेंटिलेटर, 17 लाख से ज्यादा मास्क और सैकड़ों-हजारों पीपीई किट्स भेजे हैं।