भारत ने लद्दाख के डेमचॉक इलाके से एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। यह सैनिक चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में कॉरपोरल के पद पर तैनात है। इसके बाद से ही बार-बाद जंग की धमकी देने वाली चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के सुर नरम पड़ गए हैं। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत बॉर्डर पर खोए इस सैनिक को जल्द ही लौटा सकता है। इससे दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा।
भारत-चीन में महीनों से चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना ने चुमार-डेमचोक इलाके में एक चीनी सैनिक को पकड़ा है। चीनी सैनिक के पास से अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। जवान के पकड़े जाने के बाद से ही सुरक्षाबल उससे पूछताछ कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार, यह चीनी सैनिक भारतीय सीमा में पकड़ा गया है। सूत्रों ने कहा, ”हो सकता है कि यह सैनिक अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया हो। पूरी प्रक्रिया का पालन करने के बाद उसे स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार चीनी सेना को वापस किया जाएगा।”
उल्लेखनीय है कि भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अप्रैल से तनावपूर्ण स्थिति बरकरार है। यह तनाव जून में तब चरम पर पहुंच गया था, जब गलवान घाटी में दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। इस दौरान हिंसक टकराव होने की वजह से भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे। इसके बाद, गत 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात को इलाके में पीएलए के सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों को डराने-धमकाने की कोशिश के बाद भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आसपास स्थित मुखपारी, रेजांग ला और मगर पहाड़ी इलाकों में नियंत्रण हासिल कर लिया था।
तनाव कम करने के लिए जारी है बातचीत
दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव के हालात को कम करने के लिए लगातार कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हो रही है। दोनों देशों के विदेश मंत्री भी कुछ समय पहले रूस के मॉस्को में सीमा विवाद पर बातचीत कर चुके हैं। वहीं, अब तक सात बार सैन्य कमांडर स्तर की भी वार्ता हो चुकी है। माना जा रहा है कि आठवें दौर की बातचीत अगले सप्ताह हो सकती है जिसमें पूर्वी लद्दाख से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पर बातचीत को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सकता है जहां आने वाले समय में कड़ी सर्दियां पड़ने वाली हैं।