केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कांग्रेस की अगुआई वाली सरकार गिर गई। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी सोमवार को बहुमत साबित नहीं कर सके और अपने विधायकों के साथ सदन से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने उपराज्यपाल (LG) को इस्तीफा सौंप दिया है। विधानसभा के विशेष सत्र में उन्होंने कहा कि पूर्व LG किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की। अगर हमारे विधायक हमारे साथ होते, तो सरकार पांच साल चलती।
नारायणसामी ने कहा, ‘हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसके बाद हमने कई चुनाव देखे। सभी उपचुनावों में हमने जीत दर्ज की। एक बात साफ हो चुकी है कि पुडुचेरी के लोगों का हम पर भरोसा है।’
6 विधायकों के इस्तीफे से संकट गहराया था
हाल ही में कांग्रेस के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार पर संकट के बादल गहरा गए थे। इसके बाद उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने सरकार को बहुमत साबित करने को कहा था। फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले ही रविवार को कांग्रेस और गठबंधन में शामिल DMK के एक-एक विधायक ने और इस्तीफा दे दिया, इसके बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई।
पहले इन 4 विधायकों ने इस्तीफा दिया था
1. ए. जॉन कुमार, कांग्रेस
2. ए. नमस्सिवम, कांग्रेस
3. मल्लादी कृष्णा राव, कांग्रेस
4. ई थेपयन्थन, कांग्रेस
रविवार को इन 2 विधायकों ने इस्तीफा दिया
5. के. लक्ष्मीनारायणन, कांग्रेस
6. के. वेंकटेशन, DMK
एक विधायक अयोग्य घोषित, इस्तीफा देने वालों में से 2 भाजपा में शामिल
कांग्रेस विधायक एन. धनवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इस्तीफा देने वाले नमस्सिवम और थेपयन्थन भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि बाकी नेता भी जल्द ही भाजपा में जा सकते हैं।
पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी दिल्ली रवाना
केंद्र सरकार ने चार दिन पहले उपराज्यपाल किरण बेदी को हटा दिया था। उनकी जगह तेलंगाना की गवर्नर डॉ. तिमिलिसाई सुंदरराजन को पुडुचेरी का LG बनाया गया। बेदी चार साल राज्य की उपराज्यपाल रहीं। वे रविवार को दिल्ली रवाना हो गईं।