प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात में कच्छ के एक दिवसीय दौरे पर आएंगे। कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के बीच वह कच्छ के कृषक समुदाय के अलावा गुजरात के सिख किसानों से भी मुलाकात करेंगे। एक आधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई। आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्यतिथि हैं, प्रधानमंत्री के गुजरात दौरे को इससे जोड़ कर भी देखा जा रहा है। पटेल ने 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में एक किसान परिवार के यहां जन्म लिया था और पूरे देश में एकता का प्रतीक बने थे।
बता दें कि अपने एक दिन के गुजरात दौरे परर प्रधानमंत्री कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और कच्छ में धोरडो के किसानों और कलाकारों के साथ संवाद करेंगे। मुख्य कार्यक्रम से पहले वह कच्छ के किसानों के साथ चर्चा करेंगे। राज्य के सूचना विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, भारत-पाक सीमा के पास बसे सिख किसानों को प्रधानमंत्री से संवाद के लिए आंमत्रित किया गया है।
कच्छ जिले की लखपत तालुका में और इसके आसपास मिलाकर करीब 5,000 सिख परिवार रहते हैं। उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान पिछले दो सप्ताह से भी अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक सरकारी विज्ञप्ति में सोमवार को बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की उपस्थिति में खावडा में विश्व के सबसे बड़े मिश्रित नवीन ऊर्जा पार्क और अरब सागर तट के पास मांडवी में खारे पानी को इस्तेमाल योग्य बनाने वाले एक संयंत्र का डिजिटल तरीके से शिलान्यास करेंगे। 30,000 मेगावाट के मिश्रित नवीन ऊर्जा पार्क में सौर पैनल और पवनचक्की की मदद से ऊर्जा पैदा की जाएगी।
मोदी कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र में खारे पानी को इस्तेमाल योग्य बनाने वाले चार और संयंत्रों का शिलान्यास करेंगे। वह कच्छ जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ, सरहद डेयरी द्वारा स्थापित किए जाने वाले एक संयंत्र का भी शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री का शाम में नई दिल्ली लौट जाने का कार्यक्रम है।