कोरोना COVID_19 को लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कई अहम सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि जुलाई-अगस्त में भारत में कोरोना के 30 करोड़ मामले और 50-60 लाख मौतों की बात कही गई। मौजूदा समय में भारत में रोजाना कोरोना के 11 लाख टेस्ट हो रहे हैं, हमसे ज्यादा बस अमेरिका एक दिन पांच करोड़ टेस्ट करता है।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि हम जल्द ही अमेरिका को टेस्टिंग के मामले में पीछे छोड़ देंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत ने कोरोना के प्रबंंध में बिल्कुल देरी नहीं की। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सात जनवरी को कोरोना के पहले मामले का जिक्र किया और हमने आठ जनवरी से ही बैठकें करनी शुरू कर दी।
मैंने सदन को बताया कि PM श्री @narendramodi जी के आह्वान पर स्वयं लागू किए गए जनता कर्फ़्यू की शुरुआत व #lockdown का साहसपूर्ण निर्णय #COVID19 के प्रबंधन में सामूहिक शक्ति और कोविड के आक्रामक प्रसार को सफ़लतापूर्वक कम करने का प्रमाण है।@PMOIndia #MonsoonSession pic.twitter.com/PhGCdvDFg4
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) September 17, 2020
इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने जानकारी दी कि कोविड-19 से होने वाली मौत की दर फिलहाल, दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे कम (1.64 फीसदी) है और सरकार का लक्ष्य इस मृत्यु दर को घटा कर एक फीसदी से भी कम करना है।
कोरोना वायरस महामारी पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की दर 78-79 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 से स्वस्थ होने की उच्च दर वाले गिने-चुने देशों में शामिल है।
हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या भले अधिक हो लेकिन अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड मरीजों की संख्या 20 फीसदी से कम है। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड महामारी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या यूरोप के कई देशों की तुलना में कम है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार भारत में अमेरिका की तुलना में अधिक कोविड जांच करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अगले साल की शुरुआत में भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।