बीते करीब एक सप्ताह से देश में हर दिन कोरोना संक्रमण के 3 लाख से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं। इसके साथ ही पूरी दुनिया के संक्रमितों में भारत की हिस्सेदारी 38 फीसदी के करीब हो गई है। पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में किसी भी देश की यह अब तक की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के डेटा के मुताबिक एक महीने पहले यह आंकड़ा 9 फीसदी ही था, लेकिन अब सीधे 29 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 38 फीसदी हो गया है। मंगलवार की ही बात करें तो देश में कोरोना के 3,23,144 नए केस मिले हैं। इसके अलावा 2,771 लोगों की मौत हुई है।
India reports 3,23,144 new #COVID19 cases, 2771 deaths and 2,51,827 discharges in the last 24 hours, as per Union Health Ministry
Total cases: 1,76,36,307
Total recoveries: 1,45,56,209
Death toll: 1,97,894
Active cases: 28,82,204Total vaccination: 14,52,71,186 pic.twitter.com/ynq5OSrzCT
— ANI (@ANI) April 27, 2021
कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही है। देश में कोरोना के केसों की कुल संख्या 1,76,36,307 के पार पहुंच गई है। इसके अलावा मौतों का आंकड़ा भी 2 लाख के करीब पहुंचते हुए 1,97,894 हो गया है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब भी यह आंकड़ा सच्चाई के मुकाबले काफी कम है। इसकी वजह यह है कि गांवों में टेस्टिंग बेहद सीमित है। यदि ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग में इजाफा होता है तो आने वाले दिनों में हर दिन मिलने वाले नए केसों की संख्या में भी बड़ा इजाफा हो सकता है। देश में पॉजिटिविटी रेट में भी इजाफा हो रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक यदि सक्रिय मरीजों की संख्या कुल मामलों के 5 फीसदी से कम रहती है तो महामारी को नियंत्रण में माना जाता है। अमेरिका से लेकर भारत तक दुनिया के कई देशों में अब भी पॉजिटिविटी रेट काफी अधिक है। अमेरिका में यह आंकड़ा 7 पर्सेंट है, जबकि भारत में 25 फीसदी है। हालांकि ब्रिटेन ने इस मामले में बीते दिनों में बड़ी सफलता हासिल की है और यह आंकड़ा 0.2 पर्सेंट ही रह गया है। भारत के लिए चिंता की बात यह भी है कि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी धीमी चल रही है। अब तक देश में 14 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी है, जो कुल आबादी के 10 फीसदी के बराबर भी नहीं है।