दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को 31 मई से चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने के क्रम में सबसे पहले कंस्ट्रक्शन और फैक्ट्रियों की आर्थिक गतिविधियों को फिर से का ऐलान किया है। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अब धीरे-धीरे दिल्ली अनलॉक होगी। दिल्ली में कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं। दिल्ली के लोगों ने एक महीने में कोरोना की इस वेव पर भी काबू पा लिया है। पिछले 24 घंटे में 1.5 प्रतिशत संक्रमण दर और करीब 1100 केस आए हैं। धीरे-धीरे रोज केस कम हो रहे हैं। अस्पतालों में बेड मिलने में कोई परेशानी नहीं हो रही है। आईसीयू और ऑक्सीजन बेड भी काफी संख्या में खाली पड़े हैं।
कोरोना के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में दिल्लीवासियों की मेहनत से दिल्ली में स्थिति तेज़ी से सुधर रही है, लॉकडाउन के बाद अब दिल्ली धीरे-धीरे अनलॉक के लिए तैयार है | Press Conference | LIVE https://t.co/3wsjEzIn1c
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 28, 2021
उन्होंने कहा कि यह लॉकडाउन सोमवार सुबह 5 बजे तक चलेगा। उसके बाद हम अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। दिहाड़ी मजदूरों को ध्यान में रखते हुए सोमवार से निर्माण गतिविधियां और फैक्ट्रियां फिर से खोली जाएंगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कम होते मामलों के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में अनलॉक (पाबंदियों से ढील) की प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए आज हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ हुई चर्चा के दौरान इस पर सहमति बनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हफ्ते दर हफ्ते जनता के सुझावों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर इसी तरह धीरे-धीरे लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया जारी रखेंगे, बशर्ते कोरोना फिर से बढ़ने नहीं लगे। गौरतलब है कि गत शनिवार को दिल्ली में लॉकडाउन की मियाद बढ़ाने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर कोविड-19 के मामलों और संक्रमण दर में कमी का सिलसिला जारी रहा तो 31 मई से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी।
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक गत शनिवार को दिल्ली में कोविड-19 के 2260 मामले आए थे, जबकि संक्रमण की दर 3.58 प्रतिशत थी। वहीं गुरुवार को राजधानी में संक्रमण के 1,072 नए मामले आए और संक्रमण की दर घटकर 1.53 प्रतिशत रह गई है। केजरीवाल ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि लॉकडाउन अनिश्चितकाल तक लागू नहीं रखा जा सकता।