पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त किए गए पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने फ्रंटफुट पर खेलना शुरू कर दिया है। कहां तो सीएम कैप्टन अमरिंदर ने उनसे मुलाकात के लिए माफी की शर्त रखी, लेकिन सिद्धू ने उनके ’65 विधायकों’ को अपने पाले में लाकर ताकत दिखा दी है। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू ने अमरिंदर सिंह को अपनी ‘ताजपोशी’ के लिए न्योते के साथ 65 विधायकों के हस्ताक्षर भेज दिए हैं। माना जा रहा है कि सिद्धू के इस कदम से दोनों खेमों में तनातनी और बढ़ सकती है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की आपत्तियों के बावजूद कांग्रेस हाईकमान की ओर से पंजाब में पार्टी की कमान सौपे जाने के बाद से सिद्धू लगातार अपनी टीम मजबूत करने में जुटे हैं। वह कांग्रेस के एक-एक विधायकों, मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं से जाकर मुलाकात कर रहे हैं। बुधवार को जब वह 65 विधायकों के साथ स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे तो संदेश साफ था कि उन्होंने कैप्टन के खेमे में उन्होंने सेंध लगा दी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिद्धू के सिर पर पार्टी हाईकमान का हाथ देखकर बड़ी संख्या में नेता उनके साथ आ चुके हैं।
पंजाब: पंजाब कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में गोल्डन टेंपल पहुंचे। pic.twitter.com/oK5QFkIMoB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2021
सिद्धू 23 जुलाई को नए अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के लिए उन्होंने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को न्योता भेजा है। लेकिन आमंत्रण पत्र में उन्होंने 65 विधायकों के हस्ताक्षर भी करा दिए हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिद्धू ने कैप्टन को यह जता दिया है कि उनके पाले में अधिकतर विधायक आ चुके हैं। सिद्धू के इस कदम को कैप्टन को चिढ़ाने के तौर पर भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में रार कम होने की बजाय अभी और बढ़ेगी।