केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली में दाखिल होने और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की मंजूरी देने के कदम का पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने स्वागत किया है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ऐश सिंघल ने कहा कि किसान नेताओं के साथ बातचीत के बाद प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई है। हम किसानों से शांति बनाये रखने की अपील करते हैं। इससे पहले दिन में दिल्ली पुलिस ने सिंघु बार्डर पर किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस का इस्तेमाल किया क्योंकि ये लोग केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ अपने मार्च के तहत राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे।किसानों के इस प्रदर्शन से जुड़े अपडेट्स जानिए 10 पॉइंट्स में-
PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है।
सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती।
मोदी सरकार को किसानों की माँगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे।
ये तो बस शुरुआत है!#IamWithFarmers
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 27, 2020
1- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए था कि जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है। सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे। ये तो बस शुरुआत है !
2- अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने और प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकार की अनुमति देने के लिए मैं केंद्र के निर्णय का स्वागत करता हूं। कृषि कानूनों पर किसानों की चिंताओं का समाधान करने के लिए अब उन्हें तुरंत वार्ता शुरू करनी चाहिए।
3- किसानों ने रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने वहां प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
4- क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि हमें दिल्ली में प्रवेश की इजाजत दी गई है। भारतीय किसान यूनियन (राजेवल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान बुराड़ी की ओर निकल गए हैं।
5- बुराड़ी से आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात कर अपने निर्वाचन क्षेत्र स्थित निरंकारी मैदान में केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को कोई परेशानी नहीं हो यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
6-पंजाब के मुख्यमंत्री ने हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा किसानों को रोकने के लिए क्रूर बल का इस्तेमाल करने को लेकर आलोचना की। मुख्यमंत्री ने एक बयान जारी कर कहा कि इस तरह के कड़े कदम उठाने की क्या जरूरत है? मनोहर लाल खट्टर जी इस तरह की क्रूरता को रोकने की जरूरत है।
7- दिल्ली पुलिस के अनुरोध को खारिज करते हुए दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हर भारतीय नागरिक को शांतिपूर्वक विरोध करने का संवैधानिक अधिकार है जिसके लिए उन्हें जेलों में नहीं रखा जा सकता। प्रमुख गृह सचिव को लिखे पत्र में जैन ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रदर्शनकारियों की मांगों को स्वीकार करना चाहिए और किसानों को जेलों में डालना इसका समाधान नहीं है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने आप सरकार से शहर के नौ स्टेडियमों को आंदोलनकारी किसानों के लिए अस्थायी जेलों के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी थी।
8- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यूपी सरकार ‘एक्सप्रेस-वे’ को अमीर दोस्तों को सौंपने की तैयारी में है। लीज़ पर देकर लोन लेने के घोटाले से सरकार जिन लोगों को फ़ायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है, वो मनमाना टोल वसूलकर जनता का शोषण ही करेंगे। सपा की सरकार आने पर इस महाघोटाले की जांच होगी।ये सरकार है या सेल्समैन।
9- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि किसानों की आवाज दबाने के लिए, पानी बरसाया जा रहा है। सड़कें खोदकर रोका जा रहा है लेकिन सरकार उनको ये दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि एमएसपी का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है। एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए।
10- केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताने दिल्ली के लिए निकले पंजाब और हरियाणा के किसान रास्ते में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के बावजूद शुक्रवार सुबह दिल्ली के दो ‘बॉर्डर’ पर पहुंच गए। किसान नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि नये कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। केन्द्र ने पंजाब के कई किसान संगठनों को बातचीत करने के लिए तीन दिसम्बर को बुलाया है।