केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ जहां हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित देश के कई क्षेत्रों में लगातार किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है, वहीं आज दिल्ली में इसके ख़िलाफ़ किसान कांग्रेस ने सड़कों पर उतरकर ज़ोरदार विरोध दर्ज़ कराया है।
मोदी सरकार के अत्याचार के खिलाफ बुलंद की जा रही है हर आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
— Congress (@INCIndia) September 20, 2020
अन्नदाता पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठती रहेगी; अन्नदाता विरोधी सरकार को कटघरे में खड़ी करती रहेगी।#KisanVirodhiNarendraModi pic.twitter.com/IycQHUeB61
किसान कांग्रेस के संगठन प्रभारी एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोलंकी ने बताया कि- “देश के अन्नदाताओं के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा लाए गए इन तीन काले कानूनों के विरोध में किसान कांग्रेस ने संसद घेराव के लिए कूच किया, मगर हमेशा की तरह दिल्ली पुलिस को आगे करके दमनकारी तरीके से हमें रोका गया और हमारे सैकड़ों साथियों सहित गिरफ्तार करके संसद मार्ग थाने ले आया गया। हम सरकार को यह साफ़ कर देना चाहते हैं कि चाहे हम पर कितना भी जुल्म कर लें, मगर किसानों के हक और न्याय की लड़ाई रुकने वाली नहीं। मोदी सरकार को हर हाल में अपने तीनों काले कानून वापस लेने होंगे।”
किसानों की आवाज को जोर ज़बरदस्ती से नहीं दबाया जा सकता
पुलिस जितना भी गिर जाए हम किसानों को अधिकार दिला कर रहेंगे#KisanVirodhiNarendraModi#KisanSatyagraha pic.twitter.com/CCBTLJxsT5— Ch Surender Solanki (@SurenderAICC) September 20, 2020
आपको बता दें कि जैसे ही सैकड़ों की तादात में किसान कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों ने सुरेन्द्र सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय 24 अकबर रोड नई दिल्ली से आगे बढ़ना शुरू किया, भारी संख्या में तैनात पुलिस बलों ने टकराव के बाद सभी को अपने नियंत्रण में ले लिया। विरोध प्रदर्शन को काबू करने के लिए ही दिल्ली पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को भी यहाँ लगया गया था। सभी प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर पुलिस बलों द्वारा मंदिर मार्ग थाने में ले जाया गय। देर शाम को औपचारिक कार्रवाई पूरी करने के बाद सभी को छोड़ दिया गया।
हालांकि भारी विरोध के बावजूद कृषि बिलों के राज्यसभा से भी पास हो जाने के बाद श्री सोलंकी ने कहा कि- “अब मोदी सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है। देश के किसान और नौजवान इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करें। किसानों के हक और इंसाफ की लड़ाई को अब किसान कांग्रेस पूरे देश में मजबूती से लड़ेगी। आगामी 25 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक हम पूरे देश में ‘किसान सत्याग्रह सप्ताह’ कार्यक्रम चलाने जा रहे हैं। इसके जरिए हम गांव, कस्बे से लेकर प्रदेश और देश की राजधानी तक किसानों की आवाज बुलंद करते हुए तानाशाही किसान विरोधी मोदी सरकार को इन तीनों काले कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।