केंद्रीय मंत्री तोमर की दो टूक, आज भाजपा को नीलकंठ कार्यकर्ताओं की जरूरत, जो पी सकें जहर !

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मिशन-2023 को देखते हुए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी इलेक्शन मोड में नजर आ रही है। यही कारण है कि सियासत के गढ़ इंदौर में लगातार भाजपा के बड़े नेताओं के आने का सिलसिला जारी है। शनिवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सियासत का गढ़ कहे जाने वाले शहर इंदौर आए। उन्होंने विधानसभा चुनावों को देखते हुए पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियो की बैठक ली। इसके बाद उनसे वन-टू-वन चर्चा भी की।

इस बैठक में भाजपा के तमाम दिग्गज नेता शामिल थे। बैठक में इंदौर ग्रामीण जिला और नगर की इस बैठक में तमाम विषयों पर मंथन हुआ। बैठक में नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूसिंह रघुवंशी, वरिष्ठ भाजपा नेता मेघराज जैन, गोविंद मालू, सर्वेश तिवारी, गोपी नेमा, मनोज पटेल, सुदर्शन गुप्ता, उमा शशि शर्मा, मुकेश राजावत, अमरदीप मौर्य सहित पूर्व पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।

जब बैठक में नाराज हो गए गोपी नेमा

बैठक में पूर्व शहर अध्यक्ष गोपी नेमा भी शामिल हुए। जैसे ही वह बैठक कक्ष में पहुंचे, तो सीनियर नेताओं के सामने बोले कि इस बैठक को नाराज पूर्व पदाधिकारियों की बैठक कहा जा रहा है। जबकि मैं नाराज नहीं हूं। पार्टी ने मुझे जो काम सौंपा है, वह मैं बेहद ईमानदारी से कर रहा हूं। मेरा नाम नाराज़ लोगों की सूची से हटाया जाए। मैं कतई नाराज नहीं हूं। नेमा को बीच में टोकते हुए केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि कौन बोल रहा कि ये नाराज पदाधिकारियों की बैठक है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि बाहर मीडिया इसे यही कहकर प्रचार कर रहा है। नेमा के जवाब पर केंद्रीय मंत्री तोमर ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि आप जैसे वरिष्ठ नेता को ऐसी बातें शोभा नहीं देती हैं। बाहर मीडिया कुछ भी बोले उससे हमें फर्क नही पड़ना चाहिये। मीडिया कोई भाजपा नहीं है। हम और आप पार्टी के लोग हैं। हमें क्या करना है ये हम और पार्टी तय करेगी।

कार्यकर्ता नीलकंठ बनने के लिए तैयार रहें

केंद्रीय तोमर ने पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि आज हमारी पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। कई अन्य दलों के लोग आज हमारी पार्टी से जुड़ रहे हैं। ऐसे में सभी को पद और मौका मिले यह संभव नहीं है। फिर भी पार्टी योग्यताओं के अनुरूप लोगों को अवसर दे रही है और आगे भी वह देगी। लेकिन आज पार्टी का असली कार्यकर्ता वही है, जो पद नही मिलने के बाद भी पार्टी हित के लिए नीलकंठ बना हुआ है। आज पार्टी को ऐसे ही नीलकंठ कार्यकर्ताओं की जरूरत है, जो विष पी सके और पार्टी का काम कर सके।

विशेष रिपोर्ट-

प्रकाश बारोड़
‘सह-संस्थापक’
एवं ‘स्टेट ब्यूरो चीफ’- मध्य प्रदेश

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