जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच में लगभग रोजाना एनकाउंटर हो रहे हैं। कई आतंकी संगठनों के कमांडरों को जवानों ने ढेर कर दिया है। वहीं, घाटी में और आतंकवादियों का सफाया जारी है। इस साल जनवरी से अभी तक सुरक्षा बलों ने 200 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। इसमें दर्जन भर टॉप कमांडरों समेत हिज्बुल मुजाहिदीन के दो ऑपरेशनल चीफ शामिल हैं।
श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ में रविवार को सुरक्षा बलों को तब बड़ी कामयाबी मिली थी, जब उन्होंने ‘आतंक के डॉक्टर’ सैफुल्लाह को ढेर कर दिया था। सैफुल्लाह हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर था, जोकि बुरहान वानी का भी काफी करीबी रह चुका था। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की रात भर रेकी की थी।
आतंकी सैफुल्लाह की लोकेश्न मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दोपहर को एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर को मार गिराया गया। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि इस साल अब तक 200 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। इसमें से 190 आतंकवादी सिर्फ कश्मीर में ही मार गिराए गए।
ईद के बाद सेना ने ऑपरेंशस किए तेज
ईद के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपने ऑपरेशंस में तेजी लाई है और आतंकी समूहों के शीर्ष नेतृत्व पर नजर रखी हुई है। जम्मू-कश्मीर में जून महीने में महज 15 दिनों के भीतर 22 आतंकवादियों को ढेर किया गया था। इसमें से आठ टॉप कमांडर शामिल थे। कुलगाम में इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर के कमांडर आदिल अहमद वानी और लश्कर-ए-तैयबा के शाहीन अहमद ठोकर को मारा गया था। इसके बाद कुलगाम के वानपोरा इलाके में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर परवेज अहमद और जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर शाकिर अहमद को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया।