भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट करके इसके बारे में जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘प्रधानमंत्री जी, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मिलकर अपने दुखद हालात बताए। आतंकियों की टारगेटेड किलिंग के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा गारंटी घाटी में जाने के लिए विवश करना निर्दयी कदम है। आशा है, आप इस विषय में उचित कदम उठाएंगे।’
‘घाटी में भय और निराशा का माहौल’
इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने चिट्ठी को भी शेयर किया है। कांग्रेस नेता द्वारा शेयर की गई चिट्ठी दो फरवरी की है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान कश्मीर घाटी से विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय की ओर आकृष्ट कराया है। उन्होंने लिखा कि हाल के दिनों में घाटी में आतंकियों द्वारा की गई कश्मीरी पंडितों और अन्य लोगों की हत्या के कारण भय और निराशा का माहौल बन गया है।
अपनी चिट्टी में कांग्रेस नेता ने लिखा कि ‘पूरे भारत को प्रेम और एकता के सूत्र में पिरोने के लिए जारी भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव में कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधि मंडल अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिला। उन्होंने बताया कि सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी वापस काम पर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।’
प्रधानमंत्री जी, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मिलकर अपने दुखद हालात बताए।
आतंकियों की टारगेटेड किलिंग के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा गारंटी घाटी में जाने के लिए विवश करना निर्दयी कदम है।
आशा है, आप इस विषय में उचित कदम उठाएंगे। pic.twitter.com/1LnxDkT8i9
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 3, 2023
पीएम मोदी को दी यह सलाह
राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि इन हालातों में सुरक्षा और सलामती की पक्की गारंटी के बिना उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए मजबूर करना एक निर्दयी कदम है। कांग्रेस नेता ने अपील करते हुए लिखा कि हालात के सुधरने और सामान्य होने तक सरकार इन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से अन्य प्रशासकीय व जनसुविधा के कार्यों में सेवाएं ले सकती है।
उपराज्यपाल पर लगाए आरोप
उन्होंने आगे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर आरोप लगाते हुए लिखा कि ‘अपनी सुरक्षा और परिवार की चिंताओं को लेकर गुहार लगा रहे कश्मीरी पंडितों को आज जब सरकार से हमदर्दी और अपनेपन की उम्मीद है तब उप-राज्यपाल जी द्वारा उनके लिए ‘भिखारी’ जैसे शब्दों का प्रयोग गैर-जिम्मेदाराना है।’
इस मुद्दे पर पीएम मोदी से कार्रवाई की अपील करते हुए उन्होंने लिखा कि ‘मैंने कश्मीरी पंडित भाइयों-बहनों को भरोसा दिया है कि उनकी चिंताओं व मांगों को आप तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करूंगा। मुझे उम्मीद है कि यह सूचना मिलते ही आप इस बारे में उचित कदम उठाएंगे।’